खारकीव से भारतीयों को  निकालने के लिए 6 घंटे तक युद्ध रोकने को तैयार हुआ रूस

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यूक्रेन और रूस के बीच जंग आठवां दिन है. इस बीच भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है.

  न्यूज जंगल डेस्क कानपुर – यूक्रेन और रूस के बीच जंग का गुरुवार को आठवां दिन है. इस बीच भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है. इसके लिए वायुसेना की भी मदद ली जा रही है. इस बीच भारत सरकार (Russia-Ukraine War Indian Nationals Evacuation:) ने रूस के साथ एक अहम समझौता किया है. खारकीव में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए रूस 6 घंटे तक युद्ध रोकने को तैयार हो गया है. यह गैप वहां फंसे भारतीय लोगों को सुरक्षित खारकीव से निकालकर यूक्रेन के आसपास के देशों के बॉर्डर तक पहुंचाने के लिए लिया गया है.

यूक्रेन के शहर खारकीव में अब भी हजारों स्टूडेंट्स के फंसे होने की सूचना है. बताया गया था कि भारतीयों को वहां से निकलने नहीं दिया जा रहा है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार रात को रूस के राष्ट्रफति व्लादिमीर पुतिन से बात की थी. इस दौरान पीएम मोदी ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने का मुद्दा उठाया था. रूस के राष्ट्रपति ने पीएम को बताया था कि रूस हर संभव मदद करने को तैयार है. खारकीव में यूक्रेनी सेना भारतीय स्टूडेंट्स को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं.

पुतिन ने दिया था मदद का भरोसा
व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी से बातचीत के दौरान यह भरोसा दिलाया था कि इंडियन स्टूडेंट्स को वॉर जोन से सुरक्षित निकालकर उन्हें भारत भेजने के लिए सभी जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं. रूसी सेना इस दिशा में हरसंभव कोशिश करेगी. उन्होंने भारतीय छात्रों के फौरन रेस्क्यू के लिए रूसी सेना द्वारा खारकीव से रूस तक एक सुरक्षित कॉरिडोर बनाने की भी बात कही थी. इसके अगले दिन ही रूस 6 घंटे तक युद्ध रोकने के लिए तैयार हो गया है.भारतीय दूतावास ने भी बुधवार को छात्रों सहित अपने सभी नागरिकों से कहा था कि अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जितनी जल्दी हो सके खारकीव छोड़ दें. दूतावास ने एडवाइजरी में कहा था कि भारतीय नागरिक खारकीव छोड़कर पेसोचिन, बाबाये और बेजलीयुदोव्का पहुंचे, जो करीब 16 किलोमीटर के दायरे में है.

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