न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) रानी लक्ष्मीबाई की जयंती 19 नवंबर से आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत करेगा। यह कार्यक्रम एक महीने चलेगा। 16 दिसंबर विजय दिवस को समाप्त होने वाले अमृत महोत्सव के दौरान संघ हर गांव हर घर हर बस्ती में जाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। अमृत महोत्सव के दौरान संघ द्वारा भाजपा की जमीन मजबूत करने का कार्य किया जाएगा। हर चुनाव में पर्दे के पीछे से रहकर सक्रिय होने वाला संघ इस बार फिर एक्टिव मूड में है। राष्ट्र बात से जुड़ी हुई उपलब्धियों को आम जन तक पहुंचा कर राष्ट्रीयता की मुख्यधारा को समझाने की कोशिश होगी। इसी बहाने भाजपा सरकार के लिये गैर राजनीतिक स्तर से जमीन मजबूत करने का कार्य किया जायेगा।



अमृत महोत्सव समिति का किया गया गठन,
आजादी के 75 बसों में अमृत महोत्सव मना रहे संघ ने एक विस्तृत कार्य योजना बनाई है। किसके लिए अमृत महोत्सव आयोजन समिति का गठन किया क्या है। यह समिति महीने भर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करेगी। इसमें संघ के सभी स्वयंसेवक गांव नगर और बस्तियों में सक्रिय रहेंगे। यह स्वयंसेवक तन मन और धन से सहयोग भी करेंगे। अमृत महोत्सव में होने वाले कार्यक्रमों में प्रांतीय स्तर के दो वरिष्ठ जिम्मेदारों को भी सहयोग करने के लिए लगाया गया है। कानपुर में इसके लिए प्रांत प्रचार प्रमुख अनुपम और प्रांत कार्यकारिणी सदस्य अमरनाथ को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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क़ई कार्यक्रम होंगे आयोजित
विजय दिवस तक चलने वाले अमृत महोत्सव में कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गयी है। इसके अंतर्गत गाँव गाँव बस्ती बस्ती भारत माता की आरती, वंदे मातरम का सामूहिक गान और बलदानियों के स्मारकों पर दीपोत्सव जैसे कार्यक्रम प्रमुख रूप से आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा नुक्कड़ नाटक के जरिए राष्ट्रवाद की लौ को तेज करने की कोशिश की जाएगी। जिसके अंतर्गत राममंदिर निर्माण, धारा 370, ट्रिपल तलाक़ और सीएए को बड़ी उपलब्धि के तौर पर दिखाने की कोशिश रहेगी।