झारखंड में चूहों ने नवजात के घुटनों और अंगों को कुतरा, एमसीएच में कराया गया भर्ती

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शिशु का जन्म 29 अप्रैल को हुआ था और उसे एमसीएच में भर्ती कराया गया था, क्योंकि उसे जन्म के बाद सांस लेने में तकलीफ हो रही थी

 न्यूज जंगल नेटवर्क, कानपुर : झारखंड के सरकारी अस्पतालों में अब नवजात शिशुओं को भी दुर्दशा झेलनी पड़ रही है. एक चौंकाने वाले मामले में गिरिडीह के एक सरकारी अस्पताल में चूहों ने कथित तौर पर एक नवजात के घुटनों और अंगों को कुतर दिया, जिसके बाद दो आउटसोर्स कर्मचारियों को ड्यूटी से हटा दिया गया है.नवजात बच्ची को गंभीर हालत में धनबाद के शाहिद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) ले जाया गया. डॉक्टरों ने कहा कि शिशु की हालत अब स्थिर है.

नवजात के घुटनों पर गंभीर चोट

नवजात की मां ममता देवी ने कहा कि गिरिडीह अस्पताल के मॉडल मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) वार्ड में मैं जब बच्चे को देखने गई तो बच्ची के घुटने पर चूहों के कुतरने से गहरा घाव हो गया. शिशु का जन्म 29 अप्रैल को हुआ था और उसे एमसीएच में भर्ती कराया गया था, क्योंकि उसे जन्म के बाद सांस लेने में तकलीफ हो रही थी.

अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है. एसएनएमएमसीएच में बाल रोग विभाग के प्रमुख अविनाश कुमार ने बताया, ”शिशु के घुटने पर गहरे घाव के निशान मिले हैं. एक सर्जन को मरीज को देखने के लिए कहा गया है, क्योंकि चोट गहरी है.” वहीं, गिरिडीह के उपायुक्त नमन प्रियेश लाकड़ा ने बताया कि गिरिडीह सदर अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए झारखंड स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र भेज दिया गया है.

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मेडिकल कॉलेजों की मॉच्र्युरी में लाशों की फजीहत

इतना ही नहीं राज्य केमेडिकल कॉलेजों की मॉच्र्युरी में लाशों की भी फजीहत हो रही है. ची में स्थित राज्य के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज रिम्स में दस दिन पहले रखी गयी. अमेरिकन नागरिक मार्कोस लैथरडेल की लाश भी बुरी तरह सड़ गयी. उनका अंतिम संस्कार करने आये उनके दोस्त कैलाश यादव को रिम्स से उनका शव जिस हाल में मिला. रिम्स में कई अन्य लाशें सड़ रही हैं. दरअसल यहां की मॉच्र्युरी में डीप फ्रीजर खराब हो चुका है. यह स्थिति पिछले कई महीनों से है, लेकिन व्यवस्था दुरुस्त करने की ओर से किसी ने ध्यान नहीं दिया

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