कानपुर कमिश्नरेट का एक साल पूरा होने पर पैदल मार्च कर जनता में जगाया सुरक्षा का भरोसा

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न्यूज़ जंगल नेटवर्क, कानपुर : कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के शुक्रवार 25 मार्च को एक साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर पुलिस कमिश्नर के दफ्तर से लेकर सभी थानों को सजाया गया है। इसके साथ ही शुक्रवार को सुबह से लेकर शाम तक कई आयोजन किए जाएंगे। सबसे पहले सुबह पुलिस की ओर से घंटाघर चौराहा से लेकर परेड चौराहा तक वॉकथन के जरिए पब्लिक को सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया। इसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।

कानपुर पुलिस महकमें में जश्न का माहौल

पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने घंटाघर चौराहे पर वॉकथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसमें पुलिस विभाग के सभी अफसर और सैकड़ों पुलिस कर्मियों के साथ ही भारी संख्या में पब्लिक के लोग शामिल हुए। इसके बाद सुबह 11:30 बजे मर्चेंट चेंबर हॉल में परिसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें पुलिस में और सुधार के लिए पब्लिक का भी सुझाव लिया जाएगा। इसके बाद दोपहर 3:30 बजे पुलिस लाइन में बैठक का आयोजन किया गया है। इस मौके पर कानपुर पुलिस कमिश्नर ने एक साल में कमिश्नरेट की उपलब्धियों को गिनाया। इसी तरह कानपुर कमिश्नरेट का एक साल पूरा होने पर सभी थानों में अलग-अलग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।

कमिश्नरेट ने अपराधियों पर कसा शिकंजा

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कमिश्नरेट लागू होने से अपराधियों पर कार्रवाई में तेजी आई है। इसके तहत गुंडा अधिनियम के अंतर्गत 588 प्रकरणों में 588 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 44 लोगों को जिला बदर किया गया। गैंगस्टर अधिनियम में कुल 30 प्रकरणों में 123 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 123 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। लगभग दो करोड़ रुपए की जब्तीकरण की कार्रवाई करते हुए अपराधियों की कमर तोड़ने का काम भी पुलिस कमिश्नरेट में किया गया। इतना ही नहीं दो गंभीर मामलों में अपराधियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की गई।

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कमिश्नरेट की उपलब्धियां

  • कानपुर में प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान मौसम की खराबी से अचानक सड़क मार्ग से उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट तक जाना पड़ गया। इस पर कम समय में लखनऊ तक कुशल फ्लीट प्रबंधन कर पहुंचाने में पुलिस कमिश्नरेट के आधुनिक नियंत्रण कक्ष और कुशल यातायात प्रबंधन का विशेष योगदान रहा, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया।
  • ऑपरेशन कार-ओ-बार जैसे अभियान से बीच सड़क कार या बाइक या दुकान पर शराब पीने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई।
  • सवेरा योजना से एकल बुजुर्गों और वृद्धों का रजिस्ट्रेशन कर उनकी सुरक्षा का ध्यान रखने के साथ ही उनके जीवन में आने वाली बाधाओं के समाधान के लिए क्षेत्र में भी कानपुर नगर पुलिस कमिश्नरेट ने कार्य करने का प्रयास किया।
  • थाने स्तर पर एंटी रोमियो स्क्वॉयड का गठन किया गया। इससे सार्वजनिक जगह पर महिलाओं को सुरक्षा मिल सके।
  • प्रबल प्रतिक्रिया अभियान से महिलाओं की सुरक्षा और समस्याओं का फौरन समाधान करना भी कमिश्नरेट की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही है।
  • थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों के लिए कानपुर पुलिस ने 2600 यूनिट ब्लड डोनेशन करके नया कीर्तिमान स्थापित किया। लगातार पुलिस विभाग की ओर से ब्लड डोनेशन जारी भी है।
  • कोरोनाकाल में कानपुर नगर पुलिस की ओर से लोगों को अस्पताल पहुंचाना, ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराना, दवाओं और आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी रोककर आमजन तक सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कराना, भोजन उपलब्ध कराने समेत कई सराहनीय काम किए गए।
  • पुलिस लाइंस में कोविड हॉस्पिटल बनाया गया। इसमें पुलिस के साथ ही पब्लिक का भी इलाज कर कोरोनाकाल में मदद की गई।
  • विधान सभा चुनाव 2022 का बेहतर प्रबंधन कर चुनाव को सकुशल संपन्न कराना, कानपुर नगर पुलिस की एक विशेष उपलब्धि रही है।
  • जनपद स्तर पर घुड़सवार पुलिस की व्यवस्था काफी समय से रही है, लेकिन वर्तमान में पुलिस के इन घोड़ों की सवारी आमजन के लिए उपलब्ध करा दिए हैं, जहां कोई भी नागरिक अपना रजिस्ट्रेशन कराकर घुड़सवारी के गुण सीख सकता है।

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