लगातार तीसवें दिन भी नही देखा गया पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई परिवर्तन

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सरकारी आयल मार्केटिंग कंपनियों ने गुरुवार को पेट्रोल -डीजल के दामों को जारी कर दिया ,तीसवे दिन भी पेट्रोल -डीजल के दामों कोई परिवर्तन नही किया , तेल की कीमते गुरुवार को स्थिर है.

न्यूज जंगल नेटवर्क, कानपुर : तेल कंपनियों ने लगातार तीसवे दिन भी पेट्रोल –डीजल के दामों कोई परिवर्तन नही किया , तेल की कीमते गुरुवार को स्थिर है. सरकारी आयल मार्केटिंग कंपनियों ने गुरुवार को पेट्रोल -डीजल के दामों को जारी कर दिया . दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल का कीमत 105.41 रुपय ,और डीजल का दाम 96.67 रुपय प्रति लीटर है आपको बताते चले कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल में उछाल आया है।ब्रेंट क्रूड का दाम 3.72 फीसदी चढकर 108.9 डाॅलर प्रति बैरल हो गया है। WTI क्रूड 3.79 फीसदी बढकर 1.06.3 डालर प्रति बैरल हो गया ।

मुंबई में पेट्रोल का दाम 120.51 रुपए है, जबकि एक लीटर डीजल 104.77 रुपए में बिक रहा है. कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 115.12 रुपए पर है, जबकि एक लीटर डीजल 104.77 रुपए में मिल रहा है. कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 115.12 रुपए और डीजल के दाम 99.83 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर है, चेन्नई की बात करें तो यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 110.85 रुपए पर बनी हुई है. वहीं, डीजल 100.94 रुपए में बिक रहा है.

भारत का रूस से तेल आयात बहुत कम

भारत ने कहा कि कुल खपत की तुलना में रूस से ऊर्जा की खरीद बहुत कम है, जो वैध ऊर्जा का व्यापार है, उसका राजनीतिकरण नहीं किया जा सकता क्योंकि रूस से ऊर्जा के निर्यात पर अबतक कोई पाबंदी नहीं लगी है.

पेट्रोलियम मंत्रालय ने कहालगभग 50 लाख बैरल की दैनिक खपत और 25 करोड़ टन सालाना की रिफाइनिंग क्षमता के साथ भारत की ऊर्जा की। जरूरतें काफी अधिक हैं, ऊर्जा सुरक्षा के अपने उद्देश्य को पूरा करने को लेकर भारतीय ऊर्जा कंपनियां दुनिया के सभी प्रमुख तेल उत्पादको

पेट्रोलियम मंत्रालय ने कहालगभग 50 लाख बेरल की दैनिक खपत और 25 करोड़ टन सालाना की रिफाइनिंग क्षमता के साथ भारत की ऊर्जा की जरूरतें काफी अधिक हैं. ऊर्जा सुरक्षा के अपने उद्देश्य को पूरा करने को लेकर भारतीय ऊर्जा कंपनियां दुनिया के सभी प्रमुख तेल उत्पादकों से ईंधन खरीदती हैं.

रूस से 70 डॉलर से कम कीमत पर तेल खरीदना चाहता है भारत

भारत की ओर से कम दामों में कच्चा तेल (Crude Oil) बेचने के लिए रूस को मनाया जा रहा है. ब्लूमबर्ग के अनुसार भारत चाहता है कि रूस उसे 70 डॉलर प्रति बैरल से जरी कम कीमत में कच्चा तेल बेचे. भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी से अधिक तेल का आयात करता है. भारत ही रूस के कुछ बचे हुए ईंधन खरीदारों में से एक है..

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