Mulethi Ke Fayde: गले की खराश दूर करने के लिए करें मुलेठी (Liquorice)का सेवन

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how to use Liquorice??

मुलेठी (Liquorice)का सेवन करने के कई फायदे हो सकते हैं और हम इसे अलग अलग तरह से उपयोग में ला सकते हैं | आज हम आपको बतायेंगे Mulethi Ke Fayde जो आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं |

मुलेठी (Mulethi) को कैसें इस्तेमाल करें

Health Desk : मौसम के बदलते व लगातार प्रदूषण के चलते लोग बीमार हो रहे हैं। खांसी-जुकाम और गले में खराश कॉमन प्रॉब्लम्स बनती जा रही है, जिनसे ज्यादातर लोग परेशान हैं। कई लोग इस परेशानी को दूर करने के लिए तरह- तरह के नुस्खे अपनाते हैं। वहीं, जल्दी से ठीक होने के लिए कई लोग एलोपैथी दवाईया भी खाते रहते हैं लेकिन लगातार दर्द की गोलियां खाने के कई साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।

ऐसे में आप अगर इन परेशानियों से राहत पाना चाहते हैं, तो आप मुलेठी का सेवन कर सकते हैं। गले की खराश और दर्द को दूर करने में मुलेठी बहुत फायदेमंद है। यह गले में खराश के लिए एक सदियों पुराना उपाय है और इसमें एक्सपेक्टोरेंट और ब्रोन्कोडायलेटर गुण होते हैं। Mulethi Ke Fayde बहुत है जो गले की प्रॉब्लम्स को दूर करने में काफी कारगर हो सकते है।

मुलेठी क्या है? (What is Mulethi in Hindi?) :

मुलेठी एक झाड़ीनुमा पौधा होता है। आमतौर पर इसी पौधे के तने को छाल सहित सुखाकर उसका उपयोग किया जाता है। इसके तने में कई औषधीय गुण होते हैं। इसका स्वाद मीठा होता है। यह दांतों, मसूड़ों और गले के लिए बहुत फायदेमंद है। इसी वजह से आज के समय में कई टूथपेस्ट में मुलेठी का इस्तेमाल किया जाता है।

मुलेठी के फायदे (Benefits of Mulethi :

1.मुलेठी के फायदे बाल बढ़ाने में ( Mulethi ke Fayde in Hair Growth)

मुलेठी का उपयोग (mulethi ke fayde in hindi) बालों को सही पोषण देने और उन्हें बढ़ाने में भी किया जाता है। मुलेठी के क्वाथ से बालों को धोने से बाल तीव्रता से बढ़ते हैं। इसी तरह मुलेठी और तिल को भैंस के दूध में पीसकर सिर पर लेप लगाने से बालों का झड़ना बंद हो जाता है। 

2.आंखों के रोगों में (Liquorice benefits in eye diseases in Hindi)

आंखों में जलन अथवा आंखों से जुड़ा कोई अन्य रोग होने पर मुलेठी का इस्तेमाल करने से फायदा (mulethi ke fayde) पहुँचता है। इसके लिए मुलेठी के काढ़े से आंखों को धोये | मुलेठी चूर्ण (liquorice powder in Hindi) या मुलेठी पाउडर में बराबर मात्रा में सौंफ का चूर्ण मिलाकर इस चूर्ण को सुबह शाम खाने से आंखों की जलन कम की जा सकती है और आंखों की रोशनी भी बढ़ सकती है। 

3.पित्त से होने वाले कान के रोग (Benefits of Mulethi for Ear diseases in Hindi)

मुलेठी और द्राक्षा से पकाये हुए दूध को कान में डालने से पित्त से होने वाले कान के रोग में लाभ मिलता है। इसके साथ ही मुलेठी के औषधीय गुण (mulethi ke fayde in hindi) कान की बीमारियों में बहुत गुणकारी होते हैं। 

4.मुंह के छालों से आराम (Mulethi benefits for Mouth ulcers in Hindi)

आपके के मुंह में अगर छाले हो गए हैं तो मुलेठी के कुछ टुकड़े लें और उसमें शहद मिलाकर चूसें। इससे छाले जल्दी ठीक होने की सम्भावना होती हैं।

5.दिल से जुड़ी बीमारियों में मुलेठी फायदेमंद (Mulethi benefits for Heart diseases in Hindi)

3-5 ग्राम मुलेठी लें और इतनी ही मात्रा में कुटकी चूर्ण को उसमे मिलाएं। इस मिश्रण को 15-20 ग्राम मिश्री के साथ पानी के साथ रोजाना पियें। इसके सेवन से दिल से जुड़ी बीमारियों में राहत मिलती है।  पित्त दोष से होने वाले ह्रदय रोगों के लिए गंभारी, मुलेठी, शहद, शक्कर और कूट को मिलकार चूर्ण बना लें और इस चूर्ण से उल्टी करवाएं। 

Why Mulethi (Liquorice) Is Considered A Winter Superfood

मुलेठी के उपयोग(Use of Liquorice):

मुलेठी का पानी :

मुलेठी खांसी और जुकाम को दूर करने में काफी कारगर रहती है एवं इससे आपकी इम्यूनिटी भी बढ़ती है। एक गिलास गुनगुने पानी में एक बड़ा चम्मच मुलेठी पाउडर मिलाएं और रोजाना इसे पियें।

मुलेठी काढ़ा :

दो कप पानी में मुलेठी पाउडर, एक चुटकी दालचीनी पाउडर, काली मिर्च पाउडर और कुछ तुलसी के पत्ते डालकर पांच मिनट तक उबालें। इसमें शहद भी मिला सकते हैं। इसे दिन में दो बार तीन बार पियें। 

मुलेठी वाली चाय : 

एक कप उबलते पानी में मुलेठी की जड़ का एक छोटा टुकड़ा डालकर इसमें अदरक को पीसकर डालें और कुछ मिनट तक उबालें तथा एक कप में छान लें और टी बैग डालें। आप इसमें शहद भी डाल सकते हैं। 

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