16 मई: मैच फिक्सिंग के आरोप में श्रीसंत समेत 3 भारतीय क्रिकेटर हुए थे गिरफ्तार

आईपीएल इतिहास में 16 मई को काला दिन कहा जा सकता है. राजस्थान रॉयल्स के 3 खिलाड़ियों को मैच फिक्सिंग के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. अंकित और अजीत तो कभी क्रिकेट मैदान पर वापसी नहीं कर पाए लेकिन श्रीसंत ने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी और केरल की टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे.

न्यूज़जंगल नेटवर्क, कानपुर : आईपीएल दुनिया की प्रतिष्ठित टी20 क्रिकेट लीग में शुमार है. यह विश्व की सबसे अमीर क्रिकेट लीग है. यही वजह है कि इसमें दुनिया के दिग्गज खिलाड़ी खेलते रहे हैं, जिसमें कई तो अपनी-अपनी राष्ट्रीय टीम के कप्तान भी शामिल हैं. इस लीग पर हालांकि 9 साल पहले मैच फिक्सिंग का दाग लगा था. इतना ही नहीं, फिक्सिंग के आरोप भारत के 3 क्रिकेटरों को गिरफ्तार तक किया गया जिनमें उस वक्त के स्टार पेसर एस श्रीसंत भी शामिल थे. 16 मई को इस लीग का काला दिवस भी कहा जा सकता है.

आईपीएल के छठे सीजन में फिक्सिंग का भूत दिखा और कई खिलाड़ियों पर इसमें शामिल होने के आरोप लगे. पूर्व चैंपियन राजस्थान रॉयल्स के 3 खिलाड़ियों एस सन्त अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसके अलावा बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन पर भी धोखाधड़ी के आरोप लगे. इसी के चलते श्रीनिवासन पर भी पद छोड़ने का दबाव बन गया था.

श्रीसंत समेत इन तीनों खिलाड़ियों के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे और काफी जगह विरोध प्रदर्शन हुए. तब लोगों का कहना था कि क्रिकेट को वे धर्म की तरह मानते हैं और ऐसे में क्रिकेट को बचाना चाहिए. कई क्रिकेट प्रेमियों ने आईपीएल पर ही बैन लगाने की मांग की थी. हालांकि लीग तो लगती रही लेकिन राजस्थान रॉयल्स पर 2 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया.

इसके अलावा महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम चेन्नई सुपर किंग्स पर भी 2 साल का बैन लगा. आईपीएल में फिक्सिंग के कारण बीसीसीआई ने गिरफ्तार हुए तीनों खिलाड़ियों पर बड़ी कार्रवाई की और उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया. इसी के चलते उनका करियर बर्बाद हो गया और फिर कभी राष्ट्रीय टीम में खेल नहीं पाए.

श्रीसंत ने हालांकि लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी. वह क्रिकेट के मैदान पर वापसी में सफल तो रहे लेकिन फिर कभी ब्लू जर्सी पहनने का ख्वाब अधूरा ही रह गया. वह केरल के लिए विजय हजारे ट्रॉफी केपिछले सीजन (साल 2021) में खेले लेकिन अंकित चव्हाण और चंदीला का करियर चौपट हो गया. अदालत ने इन दोनों को बाद में क्लीन चिट तो दी लेकिन बीसीसीआई ने इन पर लगे बैन को नहीं हटाया.

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