कोटा: थाने में खुद को आग लगाने वाले युवक की दिल्ली में मौत  

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कोचिंग सिटी कोटा के नयापुरा थाना परिसर में खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने वाले युवक राधेश्याम मीणा की दिल्ली के सरफदजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है. इससे लोगों में आक्रोश फैल गया है. हालात पर काबू पाने के लिये पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गई है ।

न्यूज जंगल डेस्क कानपुर : कोटा के नयापुरा थाना परिसर में आत्मदाह का प्रयास करने वाला युवक राधेश्याम मीणा आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया है । राधेश्याम की इलाज के दौरान घटना के पांच दिन बाद मंगलवार को दिल्ली में मौत हुयी । उसका दिल्ली के सरफदजंग अस्पताल में इलाज चल रहा था और युवक की मौत की खबर कोटा पहुंचते ही लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया था और पुलिस के हाथ पांव फूल गए । संभावित हंगामे के मद्देनजर पुलिस ने सबसे पहले नयापुरा थाने में भारी पुलिस बल तैनात कर वहां सुरक्षा घेरा बना दिया है और हालात को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर नजर आ रही है ।

राधेश्याम ने बीते 15 सितंबर की शाम को नयापुरा थाने पहुंचकर आत्मदाह करने का प्रयास किया था. औऱ उसका आरोप था कि एक मामले में शिकायत दर्ज करवाने के बाद भी कांग्रेस पार्षद के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. इससे आहत होकर उसने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया था. इस घटना से थाने में हड़कंप मच गया था. पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे आग को बुझाया और उसे एमबीएस अस्पताल पहुंचाया गया ।

राधेश्याम करीब 40 फीसदी तक झुलस गया था
आग से राधेश्याम करीब 40 फीसदी तक झुलस गया था. घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग थाने और फिर अस्पताल में एकत्र हुये थे । फिर इस मामले में सियासत भी खूब गरमाई थी. बाद में इस केस को लेकर कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी थी. कोटा में युवक की हालत में कोई सुधार नहीं होने पर उसे पहले जयपुर रेफर किया गया था. वहां भी कोई सुधार नहीं देखकर से दिल्ली रेफर किया गया था. दिल्ली में मंगलवार को उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. इससे यह मामला फिर से गरमा गया. मंगलवार देर शाम को युवक का शव कोटा लाया गया.

नयापुरा थाने को बनाया पुलिस छावनी
पुलिस ने हंगामे और प्रदर्शन की आशंका को देखते हुये मंगलवार शाम को ही नयापुरा थाने में सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर दिए थे. थाने के आसपास के रास्तों पर बैरिकेड्स लगाकर आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई. वहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर वरिष्ठ अधिकारियों को निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. बीजेपी के पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल ने आरोप लगाते हुये कहा कि इतना बड़ा घटनाक्रम होने के बाद भी अभी तक सरकार की तरफ से कोई भी बयान नहीं आया है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है जबकि घटनाक्रम मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में हुआ है. उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए आगे की रणनीति बनाएंगे।

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