यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिये वैकल्पिक मार्ग की खोज में जुटा भारत
न्यूज जंगल डेस्क . कानपुर . यूक्रेन की ओर से एयरस्पेस बंद किए जाने के बाद भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक मार्ग को एक्टिव करने में जुट गया है। घटनाक्रम से जुड़े लोगों ने कहा कि यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को बंद होने के बाद भारत सरकार वैकल्पिक निकासी मार्गों को एक्टिव कर रही है ताकि किसी भी तरह से वहां फंसे लोगों को निकाला जा सके। यूक्रेन में भारतीय दूतावास अभी भी काम कर रहा है और सलाह का पालन किया जा रहा है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन में फंसे लोगों को निकालने के लिए विदेश मंत्रालय में हाई लेवल बैठकें चल रही थीं। इसके साथ-साथ यूक्रेन के कीव में पड़ोसी देश से भारतीय दूतावास में अधिक से अधिक रूसी भाषी अधिकारियों को भेजा गया है। इससे पहले यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी कर अपने नागरिकों से शांति बनाए रखने और यूक्रेन में जहां कहीं भी हैं वहीं रहने की अपील की थी। यूक्रेन में रूस की ओर से अटैक किए जाने के बाद देश में अप्रत्याशित स्थिति पैदा हो गई है।
एडवाइजरी में कहा गया है, ‘यूक्रेन में मौजूदा स्थिति बेहद अनिश्चित है। कृपया शांति बनाए रखें और आप जहां भी घरों, हॉस्टलों, आवासों या ट्रांजिट में हों, सुरक्षित रहें।’ यूक्रेन की राजधानी कीव समेत पूरे यूक्रेन के कई शहरों और डोनेट्स्क और लुहांस्क के अलग-अलग क्षेत्रों में बमबारी की भी सूचना मिली है।
यूक्रेन की सेना ने छह रूसी विमानों को मार गिराने का दावा किया है, जबकि रूस का दावा है कि उसने यूक्रेन की नौसेना को निष्प्रभावी कर दिया है और एयर स्पेस को कंप्रोमाइज कर दिया है। यूक्रेन के आंतरिक मामलों के मंत्री के एक सलाहकार ने रायटर को बताया कि रूसी गोलाबारी से कम से कम आठ लोग मारे गए हैं और नौ घायल हो गए हैं।