असम में गुरुवार को राज्य के सभी गर्ल्स कॉलेज को Co-Ed में बदला गया

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न्यूज जंगल डेस्क कानपुर:-असम कैबिनेट ने गुरुवार को राज्य के सभी लड़कियों के सरकारी स्कूलों को सह-शिक्षा यानी को-एड स्कूलों (जिसमें सभी लड़का, लड़की, या ट्रांसजेंडर्स सभी पढ सकते हैं) में बदलने का फैसला किया. इसके साथ ही इन स्कूलों में असमिया, बोडो या बंगाली के बजाय अंग्रेजी माध्यम में गणित और विज्ञान की पढ़ाई शुरू करने का फैसला किया गया है.

हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, असम के शिक्षा मंत्री रोनोज पेगु ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाले कुछ स्कूलों को छोड़कर, राज्य के सभी सरकारी स्कूलों को सह.शिक्षा स्कूलों में बदलने का फैसला लिया गया है.’ उन्होंने यह भी कहा कि कक्षा 3 से 12 तक सभी सरकारी स्कूलों में साइंस और मैथ्समेटिक्स अंग्रेजी मीडियम में पढ़ाया जाएगा, न कि असमिया, बोडो, बंगाली या अन्य भाषाओं में.

इसके अलावा प्रत्येक जिले में 5-10 स्कूल ऐसे होंगे, जिनमें असमिया, बोडो और बंगाली के समानांतर सभी विषयों में शिक्षा के माध्यम के रूप में अंग्रेजी होगी. इन स्कूलों के छात्रों के पास यह तय करने का विकल्प होगा कि कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा का माध्यम वे कौन सी भाषा को चुनना चाहते हैं. असम कैबिनेट ने माध्यमिक विद्यालयों में, सामाजिक अध्ययन विषय को दो विषयों, भूगोल और इतिहास के साथ बदलने का निर्णय लिया है.

मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने निजी स्कूलों के लिए भी शुल्क नियामक प्राधिकरण (Fee Regulatory Authority) के साथ पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया है. असम के शिक्षा मंत्री ने बतयि कि राज्य में लगभग 6,000 निजी स्कूल हैं, जिनमें से अब तक लगभग 1800 ही नियामक प्राधिकरण में पंजीकृत हैं. कैबिनेट ने राज्य की नई पर्यटन नीति को भी मंजूरी दे दी है. चाय बागानों में हेरिटेज बंगलों की मरम्मत और पुनर्निर्माण और मानस नेशनल पार्क में एक पर्यटक होटल की स्थापना के लिए 100 करोड़ आवंटित किए हैं.

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