कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक पूरे प्रदेश के सभी विभागों में पोस्टिंग हो रहे ट्रांसफर

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न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर जीएसटी विभाग में वर्षो से क़ई अधिकारी एक ही जगह पर जमे हुए है। प्रदेश के सभी विभागों मे लगातार ट्रान्सफर प्रक्रिया जारी है। कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक पूरे प्रदेश के सभी विभागों में ट्रांसफर पोस्टिंग हो रहे है। लेकिन जीएसटी विभाग में पिछले तीन सालों से क़ई अधिकारियों के ट्रांसफर नही हुये है। जबकि नियमतः एसआईबी के अधिकारी 2 साल और सचल दल के अधिकारी 1 साल से ज्यादा ज़िले में नही रह सकते है। इसके बाद भी अधिकारी के कई सालों से डटे हुये है। आरोप है कि यही अधिकारी व्यापारियों का शोषण करते है।

प्रमोशन होने के बाद भी नही छोड़ रहे चार्ज,

कर्मचारी नेता भूपेश अवस्थी का कहना है कि विभाग में कई अधिकारियों के प्रमोशन हो गए हैं, फिर भी वह पिछली जिम्मेदारी नहीं छोड़ रहे हैं। क़ई अधिकारी तो दो दो पदों की ज़िमेदारी निभा रहे है। दोनो ही दशा में यह नियम विरुद्ध है। उन्होंने बताया कि जीएसटी विभाग एक संवेदनशील विभाग है इसलिए यहां पर 1 साल 2 साल और 3 साल में स्थानांतरित किए जाते हैं। पिछले वर्षों में इसका सख्ती से पालन होता आया है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसके प्रति लापरवाही बरती जा रही है जिससे पैरामीटर टूट रहे हैं।

350 से अधिक ट्रांसफर का इंतजार

जीएसटी विभाग की यदि बात करे तो लगभग 350 से ज्यादा अधिकारी स्थान्तरित हो जाने चाहिये थे। ऊंची पहुँच और मलाईदार पद में तैनात अधिकारियों के सामने स्थानांतरण नियमावली बौनी साबित हो रही है। इसमे से सबसे ज्यादा अधिकारियो का ट्रांसफर कानपुर जोन में पेंडिंग बताया जा रहा है।

कानपुर जोन में जमे जीएसटी स्टाफ की संख्या

कानपुर जोन में सबके ज्यादा 15 मोबाइल यूनिट है। हर यूनिट में 3 अधिकारी तैनात है। इस तरह से 45 अधिकारी यहां 2 वर्षो से ज्यादा समय से तैनात है। जबकि इनको एक साल बाद ट्रान्सफर हो जाना चाहिये था। इसी तरह कानपुर जोन में 4 एसआईबी यूनिट है। जिनमे हर एक यूनिट में 2 अधिकारी तैनात है। तो इनकी संख्या भी 8 हो जाती है। इसके अलावा जोन ऑफिस में नियमानुसार क़ई अधिकारी ट्रांसफर होने को है।

ट्रांसफर के बाद भी जमे पड़े और क़ई चार्ज पर बैठे अशिकारी,

पोस्टिंग/चार्ज विहीन नवपदोनन्त जे सी 1 संजय कुमार कुशवाह, आगरा 2 हरेंद्र कुमार पीलीभीत 3 विवेक कुमार वाराणसी 4 शैलेन्द्र कुमार बरेली

दोहरे चार्ज वाले जे सी

1 के के के गौतम जेसी ( कॉरपोरेशन एवं जेसी ई ए) आगरा 2 अरुण शंकर राय जेसी(ई, बी, और ए ) 3 प्रदीप कुमार सोनी जेसी (टैक्स और ऑडिट) अलीगढ़ साथ ही जेसी (एसआईबी) मथुरा 4 विजय कुमार गौड़ जेसी (ई) और आईसी (एसआईबी) मीरजापुर 5 अनिल कुमार सिंह जेसी (ई) बिजनौर और जेसी (एसआईबी) बिजनौर

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ट्रान्सफर नियमावली को ठेंगा दिखाते अधिकारी,

ट्रांसफ़र मानकों के विपरीत कुर्सी पर डटे अधिकारियों पर व्यापारियों के शोषण का आरोप है। घूम घूम कर व्यापारियों को नाजायज़ परेशान करने की चर्चायें अब आम हो गयी है। व्यापारियों के भी समझ नही आ रहा है कि आखिर इन अधिकारियों का ट्रांसफर क्यो नही हो रहा है यकीनन इन अधिकारियों का ट्रांसफर ना होना योगी सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस नीति पर बट्टा लगा रहा है।

व्यापारियों ने लगाई उत्पीड़न के आरोप,

व्यापारी नेता उमंग अग्रवाल ने बताया कि जीएसटी विभाग में मानक के विपरीत ट्रांसफर ना होना योगी सरकार की नीति पर बट्टा लगाने का काम कर रहा है। साथ ही भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा दे रहा है। जिसका सीधा असर व्यापारियों पर पड़ रहा है, कारोबारियों के उत्पीड़न का एक बड़ा कारण बना हुआ है।

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