मयूर वनस्पति और बालाजी प्रिंट पर मंगलवार को डीजीजीआई ने मारा था छापा

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न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर डीजीजीआई (महानिदेशालय जीएसटी इंटेलिजेंस) लखनऊ की टीम ने मयूर वनस्पति और बालाजी प्रिंट पैक के प्रतिष्ठान पर मंगलवार को छापा मारा था। दोनों जगह देर रात तक जांच-पड़ताल चलती रही। टीम ने मौके से कई दस्तावेजों और स्टॉक का मिलान किया। साथ ही जरूरी दस्तावेज लेकर लखनऊ रवाना हो गई।

सूत्र बताते हैं कि टीम को मौके पर कई अनियमितताएं मिली हैं। मयूर वनस्पति के यहां टीम को 10 करोड़ रुपए के झूठे इनपुट टैक्स क्रेडिट का पता चला है। देर रात तक चली पूछताछ के दौरान मयूर वनस्पति के मालिक सुनील गुप्ता अधिकारियों के सवालों का उत्तर नहीं दे सके। हालांकि कंपनी के मालिक ने टैक्स का भुगतान करना स्वीकार कर लिया है।

उधर, बालाजी प्रिंट पैक से काफी मात्रा में अघोषित स्टॉक और पैकेजिंग मैटेरियल बरामद हुआ है। पैकेजिंग मैटेरियल की इंट्री भी नहीं मिली है।

दो टीमों ने 4 प्रतिष्ठानों पर मारा था छापा

डीजीजीआई की दो टीमों ने मंगलवार को अकबरपुर में दो पान मसाला बनाने वाली कंपनी एमके एजेंसी और पूजा प्रोडक्ट्स पर भी छापेमारी की थी। वहां पर अघोषित स्टॉक बरामद किया था। साथ ही एंट्री में भी विसंगतियां पाई थीं। वहां मौजूद कर्मचारियों से भी टीम ने पूछताछ की थी।

कई और प्रतिष्ठानों पर हो सकती है छापामारी

सूत्र बताते हैं कि डीजीजीआई को अंदेशा है कि शहर में बड़ी तादाद में टैक्स चोरी हो रही है। इस क्रम में टीम कुछ और प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर सकती है। फिलहाल दोनों टीमें लखनऊ रवाना हो गई हैं। माना जा रहा है कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कनेक्शन कई लोगों से रहे हैं।

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डीजीजीआई और आईटी के निशाने पर है कानपुर

इन दिनों औद्योगिक शहर कानपुर डीजीजीआई और इनकम टैक्स विभाग के निशाने पर है। मशहूर मयूर वनस्पति के यहां छापा मार कर करोड़ों की संपत्ति के अवैध कागजात पकड़े गए। अभी तीन दिन पहले ही कानपुर में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज के ठिकानों पर 284 करोड़ की अवैध संपत्ति बरामद की है। इसके पहले जुलाई में ठेले-खोमचे वालों के कागजातों की जांच में इन लोगों की करोड़ों की संपत्ति सामने आ चुकी है।

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