चीन ने अरुणाचल प्रदेश को लेकर उठाया ये क़दम, भारत का भी आया जवाब

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चीन ने दो भारतीय पत्रकारों को भी बीजिंग लौटने से रोक दिया है. एक पत्रकार ‘प्रसार भारती’ और दूसरे ‘द हिंदू’ के हैं. दोनों चीन में कार्यरत हैं, लेकिन अभी दिल्ली में हैं. दोनों को चीन नहीं लौटने की जानकारी बीजिंग की ओर से दी गई. भारत ने सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के पत्रकार को 31 मार्च तक चीन लौटने को कहा है, जिसके बाद चीन की तरफ से भारतीय पत्रकारों के खिलाफ यह फैसला लिया गया है ।

  News Jungal desk : भारत द्वारा अरुणाचल प्रदेश के स्थानों का नाम बदलने के चीन के प्रयास को सिरे से खारिज करने के बाद बीजिंग ने मंगलवार को इस क्षेत्र पर अपनी ‘संप्रभुता’ का दावा किया है । अरुणाचल प्रदेश के 11 जगह के नए नामकरण को ड्रैगन ने अपना अधिकार बताया है । चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्तामाओ निंग ने नियमित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एक बयान में बोला कि जांगनान चीन के क्षेत्र का हिस्सा है । चीनी सरकार ने जांगनान के कुछ हिस्सों के नामों का मानकीकरण किया है । और यह चीन के संप्रभु अधिकारों के भीतर है ।

इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मंगलवार को बोला था कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहेगा । और चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय द्वारा अरुणाचल प्रदेश में 11 स्थानों के नाम बदलने की कार्रवाई के बाद अरिंदम बागची ने बयान जारी किया है । और चीन ने अरुणाचल प्रदेश को ‘तिब्बत के दक्षिणी भाग जांगनान’ के रूप में संदर्भित किया है । और इस संबंध में मीडिया के सवालों के जवाब में, अरिंदम बागची ने बोला है कि ‘हमने ऐसी रिपोर्ट देखी हैं । और यह पहली बार नहीं है जब चीन ने इस तरह का प्रयास किया है । हम इसे सिरे से खारिज करते हैं ।

अमेरिका ने भी चीन के इस बदम पर जताया कड़ा विरोध
उन्होंने आगे कहां अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग था । और हमेशा रहेगा। आविष्कृत नाम देने का प्रयास इस वास्तविकता को नहीं बदलेगा । इस बीच, मंगलवार को व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारतीय क्षेत्र, अरुणाचल प्रदेश पर दावा करने के चीन के प्रयासों का ‘दृढ़ता से विरोध’ करता है । व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने कहा, ‘यह भारतीय क्षेत्र पर चीनी दावे का एक और प्रयास है । इसलिए जैसा कि आप जानते हैं, संयुक्त राज्य अमेरिका ने लंबे समय से उस क्षेत्र को मान्यता दिया है और हम इलाकों का नाम बदलकर क्षेत्र के दावे को आगे बढ़ाने के किसी भी एकतरफा प्रयास का कड़ा विरोध करते हैं ।

चीन ने 2017 और 2021 में भी बदले थे जगहों के नाम
ग्लोबल टाइम्स की खबर के मुताबिक, स्टेट काउंसिल, चीन की कैबिनेट द्वारा जारी किए गए भौगोलिक नामों के नियमों के अनुसार, चीन ने अरुणाचल प्रदेश में 11 स्थानों के नाम चीनी अक्षरों, तिब्बती और पिनयिन में जारी किए. मंत्रालय ने रविवार को इन 11 स्थानों के नामों की घोषणा की और 2 आवासीय क्षेत्रों, 5 पर्वत चोटियों, 2 नदियों और 2 अन्य क्षेत्रों सहित सटीक निर्देशांक (Coordinates) भी दिए. ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश में मंत्रालय द्वारा घोषित भौगोलिक नामों का यह तीसरा बैच है । इस रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 6 स्थानों के मानकीकृत नामों का पहला बैच 2017 में जारी किया गया था । और 15 स्थानों का दूसरा बैच 2021 में जारी किया गया था ।

चीन ने दो भारतीय पत्रकारों को बीजिंग लौटने से रोका
चीन ने दो भारतीय पत्रकारों को भी बीजिंग लौटने से रोक दिया है । एक पत्रकार ‘प्रसार भारती’ और दूसरे ‘द हिंदू’ के हैं । दोनों चीन में कार्यरत हैं । लेकिन अभी दिल्ली में हैं । दोनों को चीन नहीं लौटने की जानकारी बीजिंग की ओर से दी गई. भारत ने सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के पत्रकार को 31 मार्च तक चीन लौटने को बोला है । जिसके बाद चीन की तरफ से भारतीय पत्रकारों के खिलाफ यह फैसला लिया गया है । इस मसले पर भारत सरकार की तरफ से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है ।

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