बिकरू कांड: सुप्रीम कोर्ट ने अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को दी जमानत
बिकरु गांव में विकास दुबे (vikas dubey) ने अमर दुबे और अन्य अपराधियों के संग मिलकर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. अमर दुबे को विकास दुबे का दायां हाथ माना जाता था. इस मामले में अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को आरोपी बनाया गया था. आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने खुशी को जमानत दे दी है ।
न्यूज जंगल क्राइम डेस्क :- उत्तर प्रदेश में कानपुर के बिकरु कांड में एनकाउंटर के दौरान मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को आज सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दिया है । और सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें शर्तो के साथ जमानत दिया है । खुशी दुबे को हफ्ते में एक दिन पुलिस स्टेशन में हाजरी लगानी होगी। और सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान यूपी सरकार ने जमानत का विरोध भी किया था ।
यूपी सरकार ने जमानत का विरोध करते हुए यह तर्क दिया कि वह गिरोह को फिर से सक्रिय कर सकती है। और यूपी सरकार की तरफ से यह भी कहा गया कि जेल रिपोर्ट के मुताबिक खुशी दुबे का व्यवहार ठीक नहीं था । वह दूसरे कैदियों से झगड़ा करती थी. हालांकि इस पर कोर्ट ने बोला कि घटना के समय उसकी उम्र 17 साल से भी कम थी ।
ये थी पूरी घटना
2 जुलाई 2020 को कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस पर विकास दुबे ने साथियों के साथ हमला कर दिया था । और इसमें DSP समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए विकास दुबे (vikas dubey) का भतीजा और उसका राइट हैंड कहा जाने वाला अमर दुबे घटना के बाद फरार हो गया था । और लेकिन 8 जुलाई 2020 को हमीरपुर के मौदाहा में एसटीएफ ने अमर दुबे को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था ।
मालूम हो कि खुशी दुबे के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के आधार पर घटना के वक्त वह नाबालिग थी । और उस समय उसकी उम्र 16 साल के लगभग थी और पुलिस ने बिकरू कांड मामले में खुशी दुबे को भी आरोपी बनाया था. खुशी दुबे पर चौबेपुर पुलिस ने फर्जी सिम रखने के मामले में केस दर्ज कर जेल भेज दिया था. कुछ महीने पहले बालिग होने पर खुशी दुबे को माती जेल शिफ्ट किया गया था ।
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