AIIMS बना सफदरजंग के बाद देश का दूसरा बड़ा बर्न अस्‍पताल, 100 बेड की सुव‍िधा के साथ शुरू

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देश की राजधानी द‍िल्‍ली में आए द‍िन आग की बढ़ती घटनाओं और जलने के मामलों को लेकर अब एम्‍स अस्‍पताल में भी मरीजों के इलाज की सुव‍िधा म‍िल सकेगी

न्यूज़ जंगल नेटवर्क, कानपुर : देश की राजधानी द‍िल्‍ली में आए द‍िन आग की बढ़ती घटनाओं और जलने के मामलों को लेकर अब एम्‍स अस्‍पताल में भी मरीजों के इलाज की सुव‍िधा म‍िल सकेगी. 2020 में बनकर तैयार हुए एम्‍स के बर्न एण्ड प्लास्टिक सर्जरी केन्द्र (Burn and Plastic Surgery Center) को कोरोना (Corona) की वजह से आंशिक तौर पर ही शुरू क‍िया गया था लेक‍िन मुंडका में हुए भीषण अग्‍न‍िकांड के बाद अब इस सेंटर को पूरी तरह से शुरू कर द‍िया गया है. हालांक‍ि अलर्ट मोड पर रहे इस सेंटर में मुंडका अग्‍न‍िकांड (Mundaka Fire Incident) के मरीजों को भर्ती नहीं कराया गया था. एम्‍स का यह 100 बेड का बर्न व प्लास्टिक सर्जरी सेंटर सफदरजंग (Safdarjung Hospital) के बाद दूसरा सबसे बड़ा अस्‍पताल होगा.

इस बीच देखा जाए तो 2020 में बनकर तैयार हुए सेंटर को कोरोना की वजह से पूरी तरह से शुरू नहीं क‍िया गया था. हालांक‍ि इसमें आंश‍िक तौर पर मरीजों का इलाज क‍िया जा रहा था. लेक‍िन अब इसको पूरी तरह से शुरू कर दिया गया है ज‍िसके बाद अब यहां मरीजों की संख्‍या बढ़ने लगी है. बड़ी संख्‍या में मरीज अपना इलाज कराने के लिए आ रहे हैं. 100 बेड की क्षमता वाले इस सेंटर में 30 आइसीयू बेड (ICU Bed) और 10 आइसोलेशन बेड की व्‍यवस्‍था की गई है.

एम्स के ट्रामा सेंटर में बनाए गए इस बर्न सेंटर में इमरजेंसी व आईपीडी में बर्न के मरीज भर्ती क‍िए जाने लगे हैं. इतना ही नहीं ओपीडी में भी मरीज को देखा जा रहा है. हालांक‍ि अस्‍पताल में अभी सभी छह ऑपरेशन थियेटर पूरी तरह से शुरू नहीं क‍िए गए हैं. फ‍िलहाल छह में से तीन ऑपरेशन थियेटर को ही शुरू क‍िया गया है. इन ऑपरेशन थ‍िएटर के शुरू होने के बाद यहां पर मरीजों की सर्जरी की सुविधा भी शुरू हो गई है.

इस बीच देखा जाए तो एम्‍स से पहले दिल्ली में पहले बर्न के इलाज के लिए सफदरजंग, राममनोहर लोह‍िया व एलएनजेपी अस्‍पतालों में ही सुविधा म‍िल रही थी. सफदरजंग अस्पताल में बर्न सेंटर में सबसे अधिक 108 बेड की सुविधा है. जबक‍ि एम्‍स के नवन‍िर्म‍ित अस्‍पताल सेंटर 100 बेड वाला है जोक‍ि अब देश में दूसरे नंबर के बड़े अस्‍पताल के रूप में जाना जाएगा.

इस मामले पर एम्स के बर्न व प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एचओडी डा. मनीष सिंघल का कहना है क‍ि मुंडका में आग की घटना की सूचना मिलने के बाद बर्न व प्लास्टिक सर्जरी सेंटर को अलर्ट मोड पर रखा गया था. लेकिन यहां पर इलाज के लिए कोई पहुंच नहीं पाया था. जहां तक सेंटर के न‍िर्माण का सवाल है तो इसको 2020 में तैयार कर ल‍िया गया था. कोरोना की वजह से उस वक्‍त इसकी शुरूआत नहीं की जा सकी थी. कोरोना की पहली और दूसरी लहर के चलते इसमें स‍िर्फ आंश‍िक तौर पर इलाज की ही व्‍यवस्‍था की गई थी. कोरोना की सेकंड वेव में को कोव‍िड अस्‍पताल के रूप में तबदील कर द‍िया गया था. इसकी वजह से यहां पर बर्न के मरीजों का इलाज व प्लास्टिक सर्जरी नहीं हो पा रही थी.

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