सिर की गंभीर चोट पर करंट थेरेपी से और ब्रेन स्ट्रोक से बेजान हुई नसों में आएगी जान

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सिर पर गंभीर चोट लगने की वजह से अपंग होने वाले मरीजों को नया जीवनदान देने के लिए लखनऊ के सेंटर ऑफ बायो-मेडिकल रिसर्च करंट थेरेपी पर काम कर रहा है.यह थेरेपी दर्द रहित भी होगी ।

न्यूज जंगल हेल्थ डेस्क : देशभर में ब्रेन स्ट्रोक के मामले बड़ी संख्या में बढ़ रहे हैं । और इसके अलावा सिर पर गंभीर चोट लगने की वजह से अपंग होने वाले मरीजों की तादाद भी अच्छी खासी है और ऐसे में अपंग हुए मरीजों को नया जीवनदान देने के लिए लखनऊ के सेंटर ऑफ बायो-मेडिकल रिसर्च (Centre of Bio-Medical Research) की ओर से करंट थेरेपी पर काम किया जा रहा है। और आपको बता दें कि करंट थेरेपी के जरिए ब्रेन स्ट्रोक और सिर पर चोट लगने की वजह से बेजान हो चुकी नसों में जान दी जाएगी इसके जरिए करीब 80 फीसदी तक अपंग मरीज का शरीर भी काम करने लग जाएगा ।

करंट थेरेपी में सबसे पहले एमआरआई जांच के जरिए मरीज के दिमाग के अंदर बेजान हो चुकी नसों की पहचान करी जाएगी । इसके बाद मरीजे के सिर पर एक उपकरण पहनाया जाएगा । और फिर करंट थेरेपी के जरिए डॉक्टर इलेक्ट्रोड की मदद से कम तीव्रता वाला करंट मरीज को दिया गया । इसके जरिए उसकी मांसपेशियों में सुधार होगा और बेजान हो चुकी नसों में भी जान आएगी ।

दर्द रहित होगी थेरेपी
सेंटर ऑफ बायो-मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, यह थेरेपी सुरक्षित और दुष्प्रभाव रहित मानी जा रही है । और यही नहीं, यह थेरेपी दर्द रहित भी होगी और सीबीएमआर के वैज्ञानिक डॉ. उत्तम कुमार ने बताया कि अभी इस पर काम किया जा रहा है । और ऐसे में अभी इसके बारे में ज्यादा बोलना सही नहीं है । लेकिन करंट थेरेपी के जरिए 80 फीसदी तक बेजान पड़ी नसों को सही किया जा सकता है और अपंग मरीज को एक नया जीवन दिया जा सकता है । और यही वजह है कि करंट थेरेपी पर यहां के वैज्ञानिक दिन रात काम कर रहे हैं । और अगर यह पूरी तरह से सफल हो गया तो एक बड़े स्तर पर इसकी जानकारी सभी को दी जाएगी । और उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि यह थेरेपी जरूर मरीजों के लिए मील का पत्थर साबित होगी ।

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