स्विच हिट और रिवर्स स्वीप में क्या अंतर है,नेट्स में कितनी प्रैक्टिस की जाती है
बल्लेबाज रन बनाने के लिये के लिये तरह -तरह के स्टोक लगाते है , आजकल रिवर्स स्वीप और स्विच हिट काफी चर्चा में हैं. आईपीएल 2022 में जोस बटलर
न्यूज़जंगल नेटवर्क, कानपुर : आईपीएल 2022 में कई बल्लेबाजों को गेंदबाजों के खिलाफ अधिक रन बनाने के लिए अलग-अलग तरीके के शॉट्स खेलते देखा गया है. मौजूदा सत्र में जोस बटलर और डेविड वॉर्नर ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने स्विच हिट और रिवर्स स्वीप शॉर्ट के जरिए दर्जनों रन बटोरे हैं. राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर इंडियन प्रीमियर लीग 2022 में सबसे ज्यादा 625 रन बना चुके हैं. दूसरी तरफ दिल्ली कैपिटल्स के बैटर डेविड वॉर्नर ने भी इस सीजन में अब तक 427 रन बनाए हैं. आज इस आलेख में हम आपको बताएंगे कि स्विच हिट और रिवर्स स्वीप में क्या अंतर है. यह शॉट कब खेलना चाहिए और कब नहीं खेलना चाहिेए. भारत के पूर्व क्रिकेटर और मौजूद समय में जिम्बॉब्वे के हेड कोच लालचंद राजपूत ने स्विच हिट और रिवर्स स्वीप के बारे में विस्तृत रूप से बताया है.
लालचंद राजपूत ने और स्विच हिट शॉट के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की. एक कोच होने के नाते उन्होंने यह भी बताया कि स्विच हिट और रिवर्स स्वीप को कब खेलना चाहिए और कब नहीं खेलना चाहिए. इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि नेट में इन दोनों शॉट्स की कितनी प्रैक्टिस करनी चाहिए. बातचीत के दौरान जिम्बॉब्वे के मौजूदा कोच ने कहा कि स्विच हिट या रिवर्स स्वीप दोनों ही महत्वपूर्ण शॉट्स होते हैं. इन शॉट्स को खेलने के लिए काफी प्रैक्टिस करनी पड़ती है. उनके मुताबिक आप गुड लेंथ गेंद पर भी रिवर्स स्वीप लगा सकते है्ं.
कब खेला जाता है रिवर्स स्वीप
बातचीत के दौरान लालचंद राजपूत ने कहा कि रिवर्स स्वीप उस उस समय खेला जाता है जब कोई गेंदबाज अच्छी स्पिन डाल रहा हो. फील्डिंग लेग साइड में हो. अगर राइट हैंडर बल्लेबाज है तो वह ऑफ साइड में मार सकता है. क्योंकि उस एरिया में एक ही फील्डर होता है. इसे खेलते समय आपका स्टांस या ग्रिप चेंज नहीं होता है. उसी स्टांस में मारते हैं.
स्विच हिट में चेंज होता है ग्रिप
वहीं स्विच हिट के बारे में बात करते हुए लालचंद राजपूत ने कहा कि “जब हम यह स्ट्रोक लगाते हैं तो इसमें ग्रिप चेंज होता है. इसलिए उसे स्विच हिट कहते हैं. स्विच हिट के जरिए आप छक्का भी लगा सकते हैं. लेकिन यह शॉट खेलने के लिए आपको गेंद को जल्दी पिक करना है. पोजीशन में जल्दी आना है. हम नेट्स में सलाह देते हैं कि कम से कम 50-50 इस तरह के स्ट्रोक खेलना चाहिए.”
ये भी पढ़ें : ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मामला में निचली अदालत के फैसले को मिली सुप्रीम कोर्ट में चुनौती