अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 3 सीटें खाली रखने का नियम खत्म,  PPE किट अनिवार्य नहीं।

0

अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 3 सीटों को खाली रखने का प्रतिबंध हटा दिया गया है. इसके अलावा, फ्लाइट के क्रू मेम्बर्स के लिए पीपीई किट पहनने की आवश्यकता को हटा दिया गया है.

कानपुर न्यूज जंगल डेस्क : एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इंटरनेशनल फ्लाइट्स को लेकर नई कोविड19 गाइडलाइंस जारी की हैं. संशोधित #COVID19 दिशानिर्देशों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 3 सीटों को खाली रखने का प्रतिबंध हटा दिया गया है. इसके अलावा, फ्लाइट के क्रू मेम्बर्स के लिए पीपीई किट पहनने की आवश्यकता को हटा दिया गया है. एयरपोर्ट पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा की जाने वाली पैट-डाउन सर्च (फिजिकल सर्च) फिर से शुरू की गई है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की नई कोरोना गाइडलाइंस के मुताबिक यात्रियों को एयरपोर्ट परिसर और फ्लाइट के अंदर मास्क पहनना अब भी जारी रखा जाना होगा.

आपको बता दें कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स दो साल बाद 27 मार्च 2022 से शुरू हो रही हैं. कोरोना संक्रमण के काफी हद तक काबू में आने के बावजूद एयरपोर्ट्स पर कोविड जांच सहित अन्य कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. कोरोना के कारण मार्च 2020 से ही नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लागू था. नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में एलान किया था कि एयर बबल व्यवस्था को भी खत्म कर दिया गया है. उन्होंने समर शेड्यूल 2022 की शुरुआत से कमर्शियल इंटरनेशनल पैसेंजर सर्विस को फिर से शुरू करने का भी एलान किया था.

एयर बबल सिस्टम के तहत ऑपरेट हो रही थीं इंटरनेशनल फ्लाइट्स
कोरोना काल में एयर बबल सिस्टम के तहत 2 देशों को कुछ शर्तों के साथ एक-दूसरे के क्षेत्रों में फ्लाइट्स ऑपरेट करने की इजाजत दी जाती थी. इस व्यवस्था के तहत जुलाई 2020 से भारत और 37 देशों के बीच स्पेशल इंटरनेशनल फ्लाइट्स ऑपरेट हो रही हैं. हालांकि, एयर बबल व्यवस्था ने एयरलाइंस के ऑपरेशन और उनकी लाभ कमाने के अवसरों को काफी नुकसान पहुंचाया है. अब इस व्यवस्था के खत्म हो जाने से एयरलाइंस कंपनियों को राह​त मिली होगी.

मार्च 2020 में लगा था बैन, 27 मार्च 2022 से प्रतिबंध खत्म हो रहा है
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय या (DGCA) ने मार्च 2020 में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया था. उस समय कोरोना संक्रमण पूरी दुनिया के लिए एक नई और अबूझ बीमारी थी. चूंकि यह संक्रमण इंसानों से इंसानों में फैलता है, इसलिए सभी देशों को यह डर सता रहा था कि कहीं अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के जरिए उनके यहां इस वायरस का संक्रमण न फैल जाए. इस बीच कई देशों में कोरोना के नए वेरिएंट्स भी सामने आ रहे थे. इसलिए भारत ने भी इंटरनेशनल फ्लाइट्स को रोक दिया था. कोरोना पर काबू पाए जाने के बाद भारत ने 27 मार्च से नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने का फैसला लिया है.

यह भी पढ़ें : सुधींद्र कुलकर्णी  – विभाजनकारी राजनीति की भारत में जरूरत नहीं, 80-20 फॉर्मूले का किया जिक्र।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed