इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुए हादसे में 35 लोगों की मौत हो चुकी है. यहां चल रहे राहत-बचाव कार्य में कई लोगों ने धर्म से इंसानियत से ऊपर रखा है. इन लोगों का रोज चल रहा है. वे बिना कुछ खाए-पिये मानवता की सेवा में लगे हैं. इनका कहना है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है ।
News Jungal Media desk : मध्य प्रदेश के इंदौर में 30 मार्च को दर्दनाक हादसा हो गया है । यहां के बेलेश्वर महादेव मंदिर में कुआं धंस गया. इस हादसे में 35 लोगों की जान चली गई. यहां राहत-बचाव कार्य अभी भी चल रहा है. इस खौफनाक मंजर के बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अपनी परवाह न करते हुए दूसरों की जिंदगियां बचा रहे हैं । और इन लोगों ने धर्म के ऊपर इंसानियत को रखा हुआ है । और इस दर्दनाक हादसे के बीच जो लोग दूसरों की जान बचा रहे हैं . और उनमें कुछ लोगों का रोजा चल रहा है । वे बिना कुछ खाए-पिये इंसानियत की सेवा में लगे हुए हैं ।
रोजा के वक्त इंसानियत की सेवा कर रहे लोगों में से एक हैं माजित फारूकी है और उन्होंने बताया कि सबसे पहले वे हादसे वाली जगह पर पहुंचे थे । और उन्होंने खुद तो डूबते लोगों की मदद करी, साथ ही दूसरो को भी इसके लिए प्रेरित. माजिद ने दूसरे लोगों को इकट्ठा किया और बचाव कार्य में लग गए है । माजिद ने बताया कि हादसे के वक्त नजारा खौफनाक था । और हर तरफ बस चीख-पुकार मची हुई थी । और लोग अपनों को तलाशने के लिए हर जतन कर रहे थे और कई लोग रो-रोकर अपने परिजनों का इंतजार कर रहे थे ।
हवन होते वक्त हुआ हादसा
गौरतलब है कि इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में ये हादसा रामनवमी पर उस वक्त हुआ, जब वहां हवन चल रहा था । जबरदस्त भीड़ के बीच कुछ लोग बावड़ी की जाली पर बैठ गए । उसी दौरान बावड़ी की छत धंस गई देखते-देखते कई लोग उसमें गिरते चले गए थे । बावड़ी करीब 40 फीट गहरी है । जिसमें करीब 7 फीट तक पानी था। हादसे होते ही हड़कंप मच गया लोगों के बीच चीख-पुकार मच गई थी । इसकी खबर मिलते ही पुलिस प्रशासन के आला अफसर सहित टीम और नेता मौके पर पहुंच गए और फौरन बचाव कार्य शुरू किया है । कुछ लोगों को तुरंत बाहर निकाल लिया गया है । लेकिन कई लोग डूब गए थे।
18 लोग अस्पताल में भर्ती, दो डिस्चार्ज हुए- कलेक्टर
इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में की दुर्घटना पर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉ. इलैया राजा टी ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी किए हैं । और उन्होंने बताया कि हादसे में 35 लोगों की मौत हो चुकी है । 18 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया था । उनमें से दो लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है । और एक शख्स लापता है । सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार बचाव एवं राहत काम में जुटी हुई हैं ।
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