एकनाथ शिंदे से शिवसेना ने मानी हार? संजय राउत बोले- विधानसभा भंग हो सकती है

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हालांकि चौंकाने वाली बात यह रही कि वह एकनाथ शिंदे के प्रति नरम भी दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे सालों से हमारे साथ हैं और कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं।

न्यूज़ जंगल डेस्क कानपुर : महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच शिवसेना हार मानती दिख रही है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर कहा है कि राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम जिस दिशा में बढ़ रहा है, उसमें विधानसभा भंग हो सकती है। उनके इस ट्वीट से माना जा रहा है कि शिवसेना बागी विधायकों को संभाल नहीं पा रही है और अब वह चुनाव में उतरने पर विचार कर सकती है। आज सुबह ही संजय राउत ने एक और बयान दिया था, जिससे शिवसेना के हौसले कमजोर पड़ने का अनुमान लगाया गया था। उनका कहना था कि ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, सत्ता चली जाएगी। लेकिन सत्ता तो आ भी जाती है। हालांकि चौंकाने वाली बात यह रही कि इतना सब होने के बावजूद भी वह एकनाथ शिंदे के प्रति नरम भी दिखाई दिए।

दरअसल, संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे सालों से हमारे साथ हैं और कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। उनके लिए पार्टी छोड़ना कठिन नहीं होगा। हमारे लिए भी उन्हें अलग करना आसान नहीं है। हमारी एक घंटे तक आज बातचीत हुई है। सभी विधायक शिवसेना में हैं और यहीं रहेंगे। सुबह भी मैंने उनसे बात की है। कोई परेशानी नहीं है, वे लोग शिवसेना में ही रहेंगे। एकनाथ शिंदे हमारे बहुत अच्छे मित्र हैं।

इसी बीच महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को कोरोना हो गया। उन्हें बुधवार को सुबह दक्षिण मुंबई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राजभवन के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें बुखार चल रहा था, उन्हें पिछले कुछ दिनों से कमजोरी और खांसी थी। कल उनका स्वाब लिया गया और रिपोर्ट देर रात आई। डॉक्टरों ने बेहतर निगरानी के लिए अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है।

उधर मंगलवार की सुबह सूरत के ला मेरिडियन होटल पहुंचने वाले एकनाथ शिंदे अब गुवाहाटी पहुंच गए हैं, जहां भाजपा के एक विधायक ने उनका वेलकम किया। सूत्रों के हवाले से खबर है कि एकनाथ शिंदे भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। मीडिया से गुवाहाटी में बात करते हुए एकनाथ शिंदे ने इसके संकेत भी दिए। उन्होंने कहा कि हमें 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है और जल्दी ही कुछ और हमारे साथ आ सकते हैं।

यह भी पढ़े : ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, सत्ता चली जाएगी; संजय राउत ने मानी संकट की बात

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