रायबरेली- 47 साल पुराने सरकारी आवासों में रहने को मजबूर सरकारी कर्मचारी
उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ से महज 80KM दूर बसा रायबरेली शहर के राजकीय कालोनी के 47 साल पुराने सरकारी आवासों में रहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की जान जोखिम में है। साल 1975 में रायबरेली जिले में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के रहने के लिए शहर के गोरा बाजार के पास नजूल की जमीन पर राजकीय कालोनी का निर्माण कराया गया था. राजकीय कालोनी के सरकारी आवास जीर्णशीर्ण होने के अलावा निष्प्रयोज्य भी घोषित किए जा चुके हैं.
इसके बावजूद सरकारी अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक इस कालोनी के जर्जर आवासों का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं. यही कारण है कि जिलाधिकारी को गुमराह करके लोग अपने नाम इन जर्जर और जीर्ण शीर्ण आवासों के साथ ही कन्डम हो चुके आवासों को भी एलाट करा रहे हैं. इन कालोनियों की स्थिति यह है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है, सरकारी फंड के अभाव में इनके मरम्मत का कार्य भी नहीं हो पा रहा है.
राजकीय कालोनी का निर्माण 1975 में किया गया था. तब मकानों की छत की ढलाई ईंट से की जाती थी. अब नए समय में मकानों के छत की ढलाई गिट्टी से की जा रही है. 47 साल पुराने हो गए इन मकानों में किसी की छत से प्लास्टर उखड़ रही है तो किसी की दीवारों से प्लास्टर उखड़ रहा है. कई भवनों में तो छज्जा ही टूटकर गिर गया है.
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