जानें कोराेना पर सटीक आकलन दे चुके प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने चौथी लहर पर क्या कहा

0

आइआइटी कानपुर के पद्मश्री से सम्मानित प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने कोरोना संक्रमण की दूसरी और तीसरी लहर का सटीक गणितीय मॉडल देकर देश-दुनिया में काफी सुर्खियां बटोरीं जिसकी खासा प्रशंसा भी हुई थी। अब उन्होंने डेल्टाक्रोन पर अपनी राय दी है।

न्यूज़ जंगल नेटवर्क, कानपुर : कोरोना वायरस की दूसरी और तीसरी लहर पर सटीक आकलन देकर देश-दुनिया में चर्चा में आए आईआईटी कानपुर के पद्मश्री प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने अब चौथी लहर पर भी अपनी बात कही है। इससे पहले दूसरी लहर पर उनका गणितीय आकलन सरकारों के लिए कोरोना से बचाव को लेकर खास उपयोगी रहा था, जिसकी खासा प्रशंसा भी हुई थी। वहीं तीसरी लहर में ओमिक्रोन वैरिएंट पर भी उन्होंने चरम पर आने और केस घटने पर सटीक पूर्वानुमान किया था। तीसरी लहर के बाद अब चौथी लहर को लेकर फिर आशंकाएं तेज हो गई हैं, जिसपर प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।

आइआइटी के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने गणितीय फार्मूले की मदद से दूसरी और तीसरी लहर के सटीक आंकलन जारी करके सुर्खियां बटोरीं थीं। प्रो अग्रवाल द्वारा लहर के पीक और डाउन फाल को लेकर जारी आकलन बिलकुल सटीक साबित हुए थे। उन्होंन भारत के सभी प्रमुख राज्यों पर आधारित अगल अलग गणितीय माडल तैयार करके दूसरी लहर पर मामलों के पीक पर होने और फिर घटने को लेकर पूर्वानुमान दिया था।

दूसरी और तीसरी लहर में दिए आकलन : दूसरी लहर के समय उन्होंने गणितीय माडल से दावा किया था कि यूपी में 20 से 25 अप्रैल तक पीक पर रहेगा और प्रतिदिन औसतन दस हजार के आसपास केस आएंगे। इसके बाद कोरोना संक्रमितों का ग्राफ गिरना शुरू हो जाएगा। देश में तीसरी लहर के अक्टूबर और नवंबर के बीच चरम पर पहुंचने का अंदेशा जताया था। कोरोना के नए वैरियेंट ओमिक्रोन पर भी उन्होंने अपनी राय दी थी और डेल्टा से कम प्रभावी लेकिन तेजी से फैलने वाला प्रभावी बताया था। दोनों ही बार उनके आकलन सटीक साबित हुए।

हर्ड इम्युनिटी, टीकाकरण के रोल को बताया अहम : तीसरी लहर के दौरान प्रो. अग्रवाल ने टीकाकरण के साथ हर्ड इम्यूनिटी को ढाल बताया था।उनका कहना था कोरोना टीकाकरण व पूर्व में संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हुए लोगों की संख्या को देखकर कह सकते है कि लोगों में हर्ड इम्युनिटी विकसित हुई है। उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश समेत उत्तर भारत के अन्य राज्यों में दूसरी लहर के दौरान काफी संख्या में लोग कोरोना की चपेट में आ गए थे। उनके अंदर एंडीबाडी तैयार हो गई है, जबकि टीकाकरण भी रक्षा कर रहा है।

ये भी पढ़ें : तिरंगा बना यूक्रेन में भारतीयों के साथ-साथ पाकिस्तानी और तुर्की छात्रों के लिए ढाल, पढ़ें

चाैथी लहर पर प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल की राय : आइआइटी के पद्मश्री से सम्मानित प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल का कहना है कि फिलहाल कोरोना की चौथी लहर के बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगा। दूसरी लहर में डेल्टा और तीसरी में ओमिक्रोन का असर देखा गया, जिससे अब डेल्टाक्रोन नाम से नया म्यूटेंट आने की बात कही जा रही है लेकिन यह कब आएगा, इसके बारे में फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब भारतीय लोगों में ओमिक्रोन और डेल्टा वैरिएंट दोनों की प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है, इसलिए नए वैरिएंट का कोई प्रभाव नहीं पडऩे की उम्मीद है।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed