पांच रुपये की पेप्सी संग कनपुरियों ने अय्यर को बनाया सेक्सी , पढ़ें खबर

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पेप्सी के नारे संग अय्यर को कनपुरियों ने सेक्सी बना डाला
News Jungal Desk ; कानपुर। ग्रीन पार्क में श्रेयस अय्यर ने शतक लगाकर मुकाबले में भारत को मजबूत स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है। वह डेब्यू में शतक बनाने वाले भारत के 15 वें बल्लेबाज़ बन गए हैं। इसके साथ ही लंबे समय से चल रहे मिडिल ऑर्डर के फ्लॉप शो को भी सुपरहिट कराने की उम्मीद जगाई है। श्रेयस अय्यर और ग्रीनपार्क का नाता आज का नहीं है। इससे पहले भी घरेलू क्रिकेट में करो या मरो के मैच में भी ग्रीन पार्क का विकेट श्रेयस के लिए रनबाज साबित हुआ था। इसके बाद आज अपने पहले ही अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में ग्रीन पार्क में शतक लगाकर श्रेयस ने साबित कर दिया है कि लंबी रेस के घोड़े हैं और ग्रीन पार्क उनका पसंदीदा विकेट है। उनकी पारी के दौरान कनपुरियों ने उन्हें जमकर चियर किया। इस दौरान दर्शक पाँच रुपये की पेप्सी अय्यर भाई सेक्सी कहते हुए नज़र आए।  

कई बड़े चेहरे रखते हैं खास नाता इस विशेष रिकाॅर्ड से
डेब्यू में शतक बनाने वाले लंबी रेस के घोड़े साबित हुए हैं श्रेयस से पहले 14 भारतीय भारतीय खिलाड़ी अपने डेब्यू में शतक बना चुके है।जिसमें रोहित शर्मा, शिखर धवन मो. अज़हरुद्दीन व मोहिंदर अमरनाथ जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इन सभी ने भारतीय टीम के लिए बल्ले से अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सभी क्रिकेट के खेल में लंबी रेस के घोड़े रहे हैं। अब श्रेयस भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं। हालांकि वह सफेद गेंद से अपना जादू दिखा चुके हैं। अब उनके लिए लाल गेंद की बारी है।  

कोच ने ही दिया था सेक्सी होने का मूलमंत्र
ग्रीन पार्क में ही कोच आमरे ने श्रेयस को अय्यर भाई सेक्सी होने का दिया था गुरुमंत्र। श्रेयस अय्यर  जब घरेलू मैचों में मुंबई के लिए साल 2013 में डेब्यू किया तो उनके शुरुआती दो मुकाबले काफी निराशाजनक रहे थे।इसके बाद मुंबई का अगला मुकाबला उत्तर प्रदेश के साथ खेलना था। अपने तीसरे ही घरेलू मैच में लिए अय्यर भाई पहुंच गए कानपुर। यहां उनके कोच प्रवीण आमरे ने उन्हें अय्यर भाई से सेक्सी अय्यर भाई होने का मंत्र दिया। इसके बाद श्रेयस ने यहां शानदार 75 रन की पारी खेली और उसके बाद से आजतक पीछे मुड़कर नहीं देखा।

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चेला तो शक्कर है, लेकिन गुरू भी रहे हैं गुड़श्रेयस ने जिस तरह अपनी पहली ही पारी में 171 गेंदों का सामना करते हुए 105लगाकर अपना लोहा मनवा दिया है। वहीं उनके कोच भी कम नहीं रहे हैं। कोच प्रवीण आमरे ने साल 1992 में डरबन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पदार्पण किया था।  कोच आमरे ने भी अपने पहले ही टेस्ट मुक़ाबले में शतकीय पारी खेलकर सबका ध्यान अपनी तरफ़ खींचा था। इसी के साथ वह डेब्यू में शतक लगाने वाले भारतीयों की सूची में नौवें खिलाड़ी बन गए थे।

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