कोरोना के खतरे की आशंका के बीच भारत पूरी तरह अलर्ट, जानें कब लगेगी दूसरी बूस्टर डोज?
अध्ययनों के मुताबिक वैक्सीन दिए जाने से बनी इम्युनिटी आमतौर पर चार से छह महीनों में कम हो जाती है. ऐसे में भारत की एक बड़ी आबादी इस समय सीमा को पहले ही पार चुकी है जिससे बूस्टर डोज दिए जाने की प्रक्रिया पर जोर दिए जाने की आवश्यकता है ।
न्यूज जंगल हेल्थ डेस्क :- दुनिया भर में बढ़ रहे कोरोना (Covid 19) के मामलों के बीच केंद्र सरकार ने साफ किया है कि फिलहाल वैक्सीन के दूसरे बूस्टर डोज की जरुरत नहीं है। की एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार पहले देश में पहली ही बूस्टर ड्राइव को पूरा करना चाहती है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 134 नए मामले दर्ज किए जाने के साथ भारत में सक्रिय मामलों की संख्या वर्तमान में 2,582 है । और वहीं मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कुल 220.11 करोड़ टीके की खुराक (95.13 करोड़ दूसरी खुराक और 22.41 करोड़ एहतियाती खुराक) दी जा चुकी है।
यह कदम ऐसे समय में आया है जब सरकार पहले बूस्टर शॉट के कवरेज को बढ़ाने पर जोर दे रही है। जो वर्तमान में 28% लोगो को ही दी गई है । और आपको बता दें कि टीकाकरण पर भारत का विशेषज्ञ पैनल दुनिया भर में संक्रमण की बढ़ती लहर की पृष्ठभूमि के खिलाफ कोविड -19 टीकों की दूसरी बूस्टर खुराक की खूबियों पर विचार कर रहा है ।
चार से छह महीनों में कम हो जाती है इम्युनिटी
अध्ययनों के मुताबिक वैक्सीन दिए जाने से बनी इम्युनिटी आमतौर पर चार से छह महीनों में कम हो जाती है। भारत की एक बड़ी आबादी इस समय सीमा को पहले ही पार कर चुकी है । जिससे बूस्टर डोज दिए जाने की प्रक्रिया पर जोर दिए जाने की आवश्यकता है । भारत में पहले बूस्टर डोज जनवरी 2022 को दिया गया था । और जिसे पूर्ण हुए एक साल का समय बीत गया है । और ऐसे में बूस्टर डोज लेने वाली आबादी भी फिर से दूसरे बूस्टर डोज के लिए तैयार हो गई है ।
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