योगी मंत्रिमंडल में आधी आबादी, मारे खुशी के महिलाएं फूलकर कुप्पा
यूपी में भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल में पांच महिलाओं को मंत्री बनाए जाने पर महिलाएं बहुत खुश हैं।
न्यूज जंगल डेस्क, कानपुर : यूपी में भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल में पांच महिलाओं को मंत्री बनाए जाने पर महिलाएं बहुत खुश हैं। उनका कहना है कि यह तो महिला सशक्तीकरण की दिशा में ठोस कदम है। उन्हें अपेक्षा है कि अभी तो विभिन्न आयोगों, निगमों का गठन होना बाकी है जिसमें भाजपा नेतृत्व महिलाओं की भागीदारी बढ़ाएगा। मालूम हो कि इस चुनाव में कुल 45 महिलाएं चुनकर विधानसभा पहुंची हैं। इनमें भाजपा से 28, अपना दल से 3, सपा से 13 और कांग्रेस से एक महिला विधायक बनी है। योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में शामिल पांच महिलाओं में बेबी रानी मौर्य को कैबिनेट मंत्री, गुलाब देवी को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी व विजय लक्ष्मी गौतम को राज्यमंत्री बनाया गया है। इससे पहले अंजुला महौर, सरिता भदौरिया और कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय का भी नाम चर्चा में था। ये भी यदि शामिल की जाती तो महिलाओं की संख्या बढ़कर 8 हो जाती तो रिकार्ड बन जाता। यह संख्या आजादी के बाद किसी भी सरकार में नहीं रही। पिछली योगी सरकार में तीन महिलाएं मंत्री थी। अभी तक सबसे ज्याकदा महिलाएं नवीं विधानसभा में नारायण दत्त तिवारी के कार्यकाल में रहीं जब 48 मंत्रियों के मंत्रिमंडल में 7 महिला सदस्यम थीं। नवीं विधानसभा में ही वीरबहादुर सिह के नेतृत्वत में गठित 36 सदस्यी य मंत्रिमंडल में 6 महिलाएं थीं।
राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर ने महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देते हुए कहा कि एक समय वह भी था कि मंत्रिमंडल में महिलाओं को शामिल नहीं किया जाता था या फिर उनकी संख्य एक दो ही हुआ करती थी। कांग्रेस के शासनकाल में पंडित गोविंदबल्लभ पंत की मरकार में महिलाएं थी नहीं। चौथी विधानसभा में सीबी गुप्ता फिर चौधरी चरण सिंह की सरकार में भी महिलाएं नहीं थी। पूनम कहती हैं कि 12वीं विधानसभा में मुलायम सिंह यादव सरकार में भी महिलाएं शामिल नहीं की गयीं थी। भाजपा नेतृत्व बधाई की पात्र है कि पांच महिलाओं को योगी-2 सरकार में शामिल किया गया।
भाजपा महिला मोर्चा उत्तर जिलाध्यक्ष सरोज सिंह का कहना है कि भाजपा ही देश में इकलौती पार्टी है जिसने न केवल संगठन बल्कि सरकार में भी महिलाओं को वरीयता दी। यही वजह है कि केंद्र और भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं को पदों पर स्थान देकर सम्मान दिया जा रहा है।उत्तर प्रदेश में अब तक दो महिलाएं मुख्यमंत्री बनी हैं पहली सुचेता कृपलानी जिनकी सरकार में एक महिला मंत्री थी दूसरी मायावती जो कि चार बार मुख्यमंत्री रहीं पर उनकी सरकार में महिलाओं की संख्या चार से ज्यादा कभी नही रही। उनके चारों कार्यकाल में क्रमश: 1,2,4,2 ही महिलाओं को स्थान मिल पाया।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष सिमरन कौर को इस बात पर हर्ष है कि योगी-2 सरकार में जिन पांच महिलाओं को मंत्री बनाया है उनमें से रनिया-अकबरपुर की विधायक श्रीमती प्रतिभा शुक्ला भी हैं। वह बताती हैं कि महिलाओं ने चुनाव में भाजपा को जमकर वोट दिए। पांच-पांच महिलाओं को मंत्री बनाकर योगी महाराज ने रिटर्न गिफ्ट दिया है। सिमरन कौर का कहना है कि भाजपा ऐसी पार्टी है जिसने अल्पसंख्यक महिलाओं को संगठन में भागीदारी देकर उनका सम्मान किया है। उन्होंने भाजपा नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए कहा कि नयी सरकार में महिलाओं को शामिल करने के बाद अन्य सरकारी संस्थाओं व संगठन में भी महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।
लेकिन शहर महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती मीना मिश्रा का कहना है कि राजनीति में महिलाओं को उचित भागीदारी और सम्मान जितना कांग्रेस से मिला है उतना किसी अन्य दल से नहीं मिला। मंत्रिमंडल में महिलाओं को स्थान कांग्रेस के शासनकाल में सबसे ज्यादा मिला है। कानपुर और बुंदेलखंड क्षेत्र में भाजपा ने सरकार में सिर्फ एक महिला को शामिल किया। यह उनकी महिला विरोधी मानसिकता का प्रतीक है।
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