NDTV को चलाने पर बोले गौतम अडानी,संपादकीय में एक लक्ष्मण रेखा रहेगी
16 साल की उम्र में कारोबार में हाथ आजमाने के लिए गौतम अडानी को मुंबई जाना पड़ा था. साल 1978 में वह मुंबई गए और हीरे का कारोबार शुरू किया. हाल ही में अडानी ग्रुप ने NDTV का टेकओवर किया है.
News Jungal Health Desk : इंडिया टुडे मैगजीन ने दुनिया के तीसरे और भारत के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी को ‘न्यूज मेकर ऑफ द ईयर’ घोषित किया है.इसके तहत इंडिया टुडे ग्रुप के एडिटोरियल डायरेक्टर (पब्लिशिंग) राज चेंगप्पा ने गौतम अडानी से बातचीत की.एक इंटरव्यू में गौतम अडानी से NDTV से भी भी जुड़े सवाल पूछे गए. अडानी ग्रुप ने हाल ही में NDTV का टेकओवर किया है. उनसे पूछा गया कि क्या आप NDTV में भी अपने बाकी उद्योगों की तरह हस्तक्षेप नहीं करेंगे? आप संपादकीय आजादी को कैसे तय करेंगे?
हमें थोड़ा वक्त दें’
इस सवाल के जवाब में गौतम अडानी ने कहा कि मैं आपको बताना चाहूंगा की एनडीटीवी विश्वसनीय, स्वतंत्र और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क रहेगा मैनेजमेंट और संपादकीय में हमेशा एक लक्ष्मण रेखा रहेगी. जैसा कई और कर रहे हैं, लेकिन मेरा कहना है कि वक्त के के साथ ये साफ हो जाएगा. तो हमें थोड़ा वक्त दें.
64 फीसदी से ज्यादा होगी हिस्सेदारी
अडानी ग्रुप के पास NDTV की 37.44 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा NDTV के प्रमोटर प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने भी ने भी अधिकांश हिस्सेदारी अडानी ग्रुप को ही बेचने का निर्ण किया है. दोनों के पास कुल 32.26 फीसदी की हिस्सेदारी है. इसमें से वो 27.26 फीसदी की हिस्सेदारी इसमें से वो 27.26 फीसदी की हिस्सेदारी अडानी ग्रुप को बेचने वाले हैं. इस तरह NDTV में अडानी ग्रुप की हिस्सेदारी 64.71 फीसदी हो जाएगी.
कारोबार जगत के सरताज
महज 5 लाख रुपये से अपनी पहली कंपनी शुरू करने वाले अडानी करीब दो दशक में कारोबार जगत के सरताज बन गए. खासकर पिछले 5 से 7 साल में में अडानी ग्रुप का कारोबार तेजी से फैला है. साल 1995 का साल गौतम अडानी के लिए बेहद सफल साबित हुआ, जब उनकी कंपनी को मुंद्रा पोर्ट (Mundra Port) के के संचालन का कॉन्ट्रैक्ट मिला.
यह भी पढ़ें:- ओबीसी आरक्षण मामले पर बोले संजय निषाद- सरकार से कहीं न कहीं हो गई चूक !