दिल्ली पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पार
हरियाणा के अलावा देश की राजधानी दिल्ली का भी बड़ा हिस्सा यमुना के दायरे में आता है. लिहाजा बिना समय गवाए यमुनानगर प्रशासन ने यमुना के रास्ते में आने वाले सभी निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है।
न्यूज जंगल डेस्क कानपुर : पहाड़ों में हुई भारी बारिश का असर यमुना नदी में देखने को मिल रहा है । और रविवार देर रात अचानक हथिनीकुंड बराज में यमुना का जलस्तर बढ़ गया है । सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर बढ़ते बढ़ते 2 लाख 96 हजार क्यूसेक हो गया है । जो हाई फ्लड की श्रेणी में आता है । गेज की सुइयां खतरे के निशान से काफी ऊपर देख हथिनीकुंड बराज के अधिकारियों की चिंताएं भी बढ़ गई है । पानी के लगातार बढ़ते दबाव को देख सभी छोटी नहरे बंद कर दी गई है । और हथिनीकुंड बराज से खतरे का सायरन बजाकर सभी फ्लड गेट खोल दिए गए है ।
आपको बता दे कि पहाड़ों में होने वाली बारिश से अक्सर मैदानी इलाकों की चिंताएं बढ़ जाती है. खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी है यमुना अब निचले मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों को डराने लगी है. गौरतलब है कि हरियाणा के अलावा देश की राजधानी दिल्ली का भी बड़ा हिस्सा यमुना के दायरे में ही आता है । लिहाजा बिना समय गवाए यमुनानगर प्रशासन ने यमुना के रास्ते में आने वाले सभी निचले इलाकों में अलर्ट कर दिया है ।
निचले इलाकों को खाली कर ऊंचाई पर शिफ्ट होने का आदेश जारी किया गया है
पानी तेजी से इन इलाकों की तरफ बढ़ रहा है इसलिए प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को यमुना से दूर रहने और निचले इलाकों को खाली कर ऊंचाई पर शिफ्ट होने के आदेश दिया है । सिंचाई विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर आरएस मित्तल ने बताया कि यह पानी दिल्ली की तरफ डिस्चार्ज हुआ है । जो करीब 36 से 48 घंटों के बीच दिल्ली के निचले इलाकों में मुसीबत बढ़ा रहा है ।
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