नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी को ED का नया समन, 13 जून को पेशी का आदेश
नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए नया समन जारी किया है।उन्हें अब 12 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पहले 2 जून के लिए समन जारी किया गया था।
न्यूज जंगल कानपुर डेस्क : नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए नया समन जारी किया है।उन्हें अब 12 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इससे पहले जारी किए गए समन में उन्हें 2 जून को ही बुलाया गया था, लेकिन वह विदेश दौरे पर होने के चलते पेश नहीं हुए थे। वह आज ही विदेश यात्रा से दिल्ली लौट रहे हैं। राहुल गांधी के अलावा उनकी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी समन जारी किया गया है। उन्हें केंद्रीय एजेंसी ने 8 तारीख को दिल्ली स्थिति दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया है। सोनिया गांधी फिलहाल कोरोना संक्रमित हैं, लेकिन कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि वह भी 8 जून को पेशी के लिए तैयार हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने न्यूज़ पेपर ‘नेशनल हेराल्ड’ (National Herald) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के एक मामले में पूछताछ के लिए कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और पार्टी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को समन जारी किया है. सोनिया गांधी को ईडी ने आठ जून को मध्य दिल्ली के अपने मुख्यालय में पेश होने को कहा है, वहीं राहुल गांधी को आज यानी दो जून को पेश होने को कहा गया है. हालांकि कांग्रेस की ओर से बताया गया है कि राहुल गांधी ने जांच एजेंसी को पेश होने की तारीख को पांच जून के बाद तक टालने के लिए लेटर लिखा है, क्योंकि वह देश में नहीं हैं. समझिए पूरा मामला क्या है.
नेशनल हेराल्ड है क्या?
नेशनल हेराल्ड एक न्यूज़ पेपर है, जिसेसाल 1938 में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने शुरू किया था. इस न्यूज़ पेपर को चलाने का जिम्मा ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (AJL) नाम की कंपनी के पास था. शुरुआत से इस कंपनी में कांग्रेस और गांधी परिवार के लोग हावी रहे. करीब 70 साल बाद 2008 में घाटे की वजह से इस न्यूज़ पेपर को बंद करना पड़ा. तब कांग्रेस ने एजेएल को पार्टी फंड से बिना ब्याज का 90 करोड़ रुपए का लोन दिया. फिर सोनिया और राहुल गांधी ने ‘यंग इंडियन’ नाम से नई कंपनी बनाई. यंग इंडियन को एसोसिएटेड जर्नल्स को दिए लोन के बदले में कंपनी की 99 फीसदी हिस्सेदारी मिल गई. यंग इंडियन कंपनी में सोनिया और राहुल गांधी की 38-38 फीसदी की हिस्सेदारी है. वहीं बाकी का शेयर मोतीलाल बोरा और आस्कर फर्नांडिस के पास था.
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