रक्षा मंत्री की पाकिस्तान को चेतावनी, बोले- ‘यह नया और शक्तिशाली भारत है’
न्यूज जगंल डेस्क, कानपुर : शहीद सम्मान यात्रा में पिथौरागढ़ पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कड़े अंदाज में पाकिस्तान (Pakistan) को चेतावनी दी. यहां उन्होंने युद्ध के मैदान में कुमाऊं बटालियन (Kumaon battalion) के पराक्रम की सराहना की और कहा कि भारत के शहीद 114 जवानों ने 1200 से ज्यादा चीनी सैनिकों को शिकस्त देते हुए मौत के घाट उतार दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हर दिन भारत में अशांति फैलाने और भारत को अस्थिर करने की कोशिश करता रहता है, लेकिन भारत के शूर वीरों की ये कहानी एक स्पष्ट संदेश है कि हम जरूरत पड़ने पर करारा जवाब दे सकते हैं.
रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं 18 नवंबर को रेजांगला गया था जहां मुझे कुमाऊं बटालियन के 124 जवानों के पराक्रम और उनकी वीरता के एक चमत्कार को बताया गया. भारतीय सैनिकों के इस पराक्रम और शौर्यगाथा को कभी नहीं भुलाया जा सकता. मुंझे रेजांगला में बताया कि चीन से लड़ते समय 114 जवान शहीद हुए थे लेकिन अपने देश के लिए जान न्योछावर करने से पहले उन्होंने 1200 से अधिक चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था. पिथौरागढ़ से रक्षा मंत्री ने आज के शक्तिशाली भारत की जमकर प्रशंसा भी की.
आइए बताते हैं कि आखिर 1962 की लड़ाई में रेजांगला में क्या हुआ था और कुमाऊं बटालियन ने चीनी सैनिकों को धूल चटाई थी.
18 नवंबर को 1962 को रेजांगला में कब्जा करने की कोशिश में लगे चीनी सैनिकों को भारतीय जवानों ने करारा जवाब दिया था. शून्य से करीब 25 डिग्री सेल्सियस नीचे के तापमान में करीब 124 सैनिकों ने 400 चीनी सैनिकों के सामने अपना लोहा मनवाया था. 18000 फुट की ऊंचाई में बने रेजांगला में कब्जे के लिए 18 नवंबर को सुबह 4 बजे चीनी सैनिकों की तरफ से गोली बारी होने लगी.
चचीनी सैनिकों का मकसद डुंगटी से होकर लेह और चुशुल के बीच की सड़क को अवरुद्ध करना था जिससे चुशुल की चौकी को अलग किया जा सके और भारतीय सैनिकों की तक आपूर्ति को ठप किया जा सके. पूरे दिन भारत और चीन के बीच जमकर गोली बारी हुई. भारत ने आखिरी गोली उसी दिन रात 10 बजे दागी. इस एक दिन में 124 जवानों में से रेजांगला की कहानी सुनाने के लिए मात्र 10 जवान बचे और और 114 वीर सपूतों को शहादत मिली.
शहीदों के सम्मान में ‘शहीद सम्मान यात्रा’
राजनाथ सिंह पिथौरागढ़ के 232 शहीद जवानों के सम्मान में आयोजित शहीद सम्मान यात्रा में पहुंचे थे. इस सम्मान यात्रा की शुरुआत उत्तराखंड में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 15 नवंबर को की थी. इस यात्रा के दौरान शहीद जवानों के घर से मिट्टी एकत्रित की जाएगी और शहीदों के सम्मान में बन रहे सैन्य धाम के निर्माण में इसका उपयोग किया जाएगा.
दिया जाएगा मुहतोड़ जवाब
रक्षा मंत्री ने यहां से पाकिस्तान को संकेत दिया कि अगर वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम सेना के उच्च अधिकारियों के साथ लाइव कॉन्टैक्ट में रहते हैं और जब भी जरूरत पड़ी तो भारत तुरंत एक्शन लेगा.
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भारत और नेपाल का रिश्ता रोटी-बेटी का
भारत नेपाल के रिश्तो लेकर रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत और नेपाल का रिश्ता रोटी-बेटी का रिश्ता है और दुनिया की कोई भी ताक इसे खत्म नहीं कर सकता. उन्होंने सैन्य धाम के बारे में कहा कि उत्तराखंड में पहले से चार धाम हैं और अगर सैन्य धाम का निर्माण हुआ तो यह पांचवा धाम होगा. उन्होंने बताया कि इस शहीद धाम में शहीदों के गांव का नाम भी लिखा जाएगा