वैक्सीन के आने के बाद भी नहीं रुक रहे मौत के आंकड़ें
न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर कोरोना वायरस की चपेट में आने से पिछले दो सालों के भीतर दुनियाभर में 50 लाख के ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि वैक्सीन के आने के बाद से मौत की दर में कमी जरूर आई है।
कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर में थमने का नाम नहीं ले रहा है। वैक्सीन के आने के बाद भी मौत के आंकड़ें रुक नहीं रहे रहे हैं। पिछले दो सालों में दुनिया भर के 50 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि वैक्सीन का ही असर है कि दो सालों के भीतर आखिरी 10 लाख मौत की रफ्तार धीमी रही। दुनियाभर में अरबों की संख्या में लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, देशवार कोरोना से होने वाली मौतों की बात करें तो दुनियाभर में सबसे ज्यादा मौत 14 प्रतिशत के साथ अमेरिका में हुई। इसके बाद मौत का 10 प्रतिशत हिस्सा रूस में रहा। जबकि तीसरे नंबर पर इंडोनेशिया और ब्राजील 8 प्रतिशत के साथ रहे।
वैज्ञानिकों ने अभी भी कोरोना वायरस से सचेत रहने के लिए आगाह किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि वैक्सीन के आने से कोरोना का खतरा कम जरूर हुआ है लेकिन खत्म नहीं। दुनिया पहले से ही कोरोना की तीन लहरों को देख चुकी है। हालांकि राहत वाली बात ये है कि मृत्यु दर भी कम हो रही है। कई देशों ने अपनी अर्थव्यवस्थाओं को फिर से खोलना शुरू कर दिया है। महामारी पर अंकुश लगाना और बाकी दुनिया के साथ फिर से जुड़ना शुरू कर दिया है।
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इस बीच चिंता करने वाली बात ये भी है कि ब्रिटेन, चीन और बेल्जियम जैसे देशों में एक बार फिर कोरोना के नए आंकड़े डराने वाले हैं। उधर, जिन देशों में टीकाकरण की दर पिछड़ रही है, वहां स्थिति और भी खराब है। रूस में रिकॉर्ड स्तर पर कोविड के कारण मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है।