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महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में भारी लैंडस्लाइड के चलते 50 परिवार के फंसे होने की आशंका है. इस बीच एनडीआरएफ की 4 टीमें मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं. अभी तक कुल 30 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. वहीं मलबे में दबने से पांच लोगों की मौत हो गई

News Jungal Desk: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में भारी लैंडस्लाइड के चलते 50 परिवार के फंसे होने की आशंका है ।इस बीच एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं । अभी तक कुल 30 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है । वहीं पांच लोगों की इस हादसे में मौत हो गई है । जबकि रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे एक कर्मचारी की मौत हो गई है । बताया जा रहा है कि रेस्क्यूकर्ता को दिल का दौरा पड़ गया था जबकि तीन लोग घायल हो गए हैं । और हादसे की जानकारी मिलने के बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे मौके पर पहुंचे हुए हैं । साथ ही मंत्री-विधायक भी घटनास्थल पर मौजूद हैं ।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हादसे को लेकर ट्वीट किया है उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘महाराष्ट्र के रायगढ़ में तेज बारिश से हुए भूस्खलन के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात की NDRF की 4 टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ बचाव कार्यों में जुटी हैं । लोगों को वहाँ से निकालना व घायलों को तुरंत उपचार देना हमारी प्राथमिकता है ।

अब तक 25 लोगों को सुरक्षित बचाया गया
रायगढ़ पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 30 लोगों को बचाया गया है. अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. फिलहाल पुलिस और जिला प्रशासन के 100 से अधिक अधिकारी बचाव कार्य में लगे हुए हैं. हमें एनडीआरएफ, स्थानीय लोगों और कुछ गैर सरकारी संगठनों से मदद मिल रही है. बताया जा रहा है कि इरशालवाड़ी के निचले हिस्से में बसी आदिवासी बस्ती चपेट में आई है. यह इलाका नवी मुंबई के लिए पीने के पानी की सप्लाई करने वाले मोरबे बांध के पास चौक गांव से 6 किलोमीटर दूर एक आदिवासी इलाका है

अपने परिवार से मिलना मेरा अधिकार है: किरनदीप
किरनदीप ने कहा कि पुलिस अधिकारियों से बातचीत के बाद ही उन्होंने एक महीने पहले अपना टिकट बुक किया था और उन्हें 18 जुलाई तक इंतजार करने के लिए कहा गया था. इसके बावजूद उन्हें फिर से रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि यह सरकार और विशिष्ट एजेंसियां हैं जो मुझे जाने से रोक रही हैं. मैं बस कानून के मुताबिक यात्रा करने की कोशिश कर रही हूं और अपने परिवार से मिलना मेरा मानवाधिकार भी है. मेरा वहां लंबे समय तक रहने का इरादा नहीं है, मेरी प्राथमिकता यहां जेल में बंद मेरे पति हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया था कि उनके खिलाफ एलओसी जारी की गई थी. किरनदीप ने कहा कि लेकिन मुझे मेरे खिलाफ किसी भी एफआईआर या यहां तक कि एलओसी से संबंधित कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया गया है.

खांडा के अंतिम संस्कार में शामिल होने से चाहते हैं रोकना
खांडा की याद में आयोजित एक समारोह में भाग लेने के बारे में एक अन्य सवाल में किरनदीप ने कहा कि वे नहीं चाहते कि मैं अवतार सिंह खांडा के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकूं, लेकिन मुझे यह भी नहीं पता कि अंतिम संस्कार कब और कहां होगा. इसे लेकर वे असहज महसूस कर रहे हैं, मान रहे हैं कि मैं वहां भाषण दूंगी. उन्हें डर है कि मैं आंदोलन खड़ा कर दूंगी. संपर्क करने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतिंदर सिंह ने किरनदीप के खिलाफ एलओसी जारी करने या एफआईआर दर्ज करने के बारे में कोई टिप्पणी देने से इनकार कर दिया है

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