जंग के बीच पड़ोसी देशों में पनाह तलाश रहीं बेबस यूक्रेनियन महिलाएं और बच्चे
यूक्रेन (Ukraine) से हजारों की तादाद में लोग पश्चिम की ओर बढ़ रहे हैं और पड़ोसी देशों में शरण लेने को मजबूर हैं. पुरुषों को यूक्रेन सरकार (Ukraine Government) ने देश छोड़ने की इजाजत नहीं दी है.
न्यूज़ जंगल नेटवर्क, कानपुर : रूस और यूक्रेन में खूनी जंग जारी है. इस बीच यूक्रेन से लोगों का तेजी से पलायन हो रहा है. हजारों यूक्रेनी (Ukrainians) लोग अपना घर बार छोड़कर पश्चिमी सीमा से सटे पड़ोसी देशों में शरण लेने के लिए पहुंच रहे हैं. जंग से भयभीत और बेबस लोगों की आंखों में आंसू. पलायन करने वालों में कई बच्चे भी शामिल है. मुसीबत ये भी है कि छोटे-छोटे बच्चों के साथ सिर्फ उनकी मां है क्योंकि पिता को यूक्रेन सरकार ने देश छोड़ने की इजाजत नहीं दी है. रूस की ओर से आक्रमण के बाद यूक्रेन से लोगों का पलायन करना बेहद ही दर्दनाक है. युद्ध की बीच डर की वजह से यूक्रेन के लोग दूसरे देशों में शरणार्थी बनने को मजबूर हो रहे हैं.
जंग के बीच यूक्रेन से पलायन को लोग मजबूर
यूक्रेन से हजारों की तादाद में लोग पश्चिम की ओर बढ़ रहे हैं और पड़ोसी देशों में शरण लेने को मजबूर हैं. पोलैंड, हंगरी, रोमानिया या मोलडोवा बॉर्डर पार करके यूक्रेन के सैंकड़ों शरणार्थी मोलडोवा में दाखिल हुए हैं. कई लोग बस या फिर कार से यहां पहुंचे हैं. कई लोग सड़कों पर छोटे-छोटे बच्चों को लेकर भटक रहे हैं. सबकी आंखे नम है. अचानक हालात पैदा होने से इन्हें अपना देश छोड़ना पड़ा है. इनमें सभी महिलाएं और छोटे-छोटे बच्चे हैं. यूक्रेन सरकार (Ukraine Government) ने 18 से 60 साल के पुरुषों को देश छोड़ने से मना कर दिया है. मोलडोवा सरकार ने मानवीय आधार पर इन लोगों को अपनी सीमा में दाखिल होने की इजाजत दी है. साथ ही मदद का भरोसा भी दिया है.
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