असम-मेघालय सीमा पर भड़की हिंसा में 6 लोगों की गई जान
असम की सरकार ने केंद्र सरकार को एक पत्र लिखकर मांग की है कि मेघालय की सीमा पर हिंसा में हुई 6 लोगों की मौत के मामले की सीबीआई या एनआईए से कराई जाए ।
न्यूज जंगल नेशनल डेस्क :- असम-मेघालय सीमा पर 6 लोगों के मारे जाने के मामले को लेकर असम की सरकार ने गंभीर रुख अपनाया है और असम सरकार ने केन्द्र सरकार को चिट्ठी लिखकर इस मामले की सीबीआई जांच या एनआईए से जांच करवाने के लिए बोला है दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस मुद्दे पर बात की. जबकि असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा के मुताबिक ये सीमा विवाद नहीं है, बल्कि सीमावर्ती इलाके में टिंबर को लेकर झगड़ा हुआ था. राज्य सरकार लगातार गृह मंत्रालय से इस बारे में संपर्क बनाए हुई है ।
मेघालय के पांच ग्रामीणों सहित छह लोगों की मंगलवार तड़के एक भीड़ और असम के पुलिस और वन रक्षकों की एक टुकड़ी के बीच हुई झड़प में मौत हो गई थी. बताया गया कि पुलिस और वन रक्षक कथित तौर से अंतर-राज्यीय सीमा पर लकड़ी की तस्करी कर रहे एक ट्रक का पीछा कर रहे थे. इसके बाद गुवाहाटी से 98 किमी दूर शिलांग में देर शाम राज्य में पंजीकृत एक कार में आग लगने के बाद असम ने स्थानीय वाहनों और पर्यटकों को मेघालय में प्रवेश करने से रोक दिया. जबकि मेघालय ने 48 घंटों के लिए सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट को रोक कर दिया. इसके साथ ही राज्य में चल रहे चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल, एक मेगा संगीत प्रतियोगिता और एक साहित्यिक उत्सव सहित सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया ।
मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा ने असम पुलिस पर वन रक्षकों के साथ उनके राज्य में प्रवेश करने और अकारण गोलीबारी का सहारा लेने का आरोप लगाया. जबकि भाजपा के नेतृत्व वाली असम सरकार ने दावा किया कि गोलीबारी आत्मरक्षा में करी गई थी । असम सरकार ने इस पर जोर दिया कि हताहतों में से एक राज्य का एक वन रक्षक भी शामिल था ।
यह भी पढ़ें :- यासीन मलिक की जम्मू कोर्ट में पेशी पर मौजूदगी रोकने के लिए सीबीआई सुप्रीम कोर्ट पहुंची