अतीक अहमद हत्याकांड के बाद बढ़ाई गई सीएम योगी के परिजनों की सुरक्षा,पुलिस का ये एक्शन प्लान

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अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के बाद से सीएम योगी के पंचुर गांव में रहने वाले परिजनों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे थे । और जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सीएम के परिवार की सुरक्षा में विशेष एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए ।

News Jungal Desk : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed Murder Case) और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद उत्तराखंड में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के परिजनों की सुरक्षा को लेकर पुलिस सतर्क हो गई है । और पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले पंचुर गांव में सीएम योगी के परिजन रहते हैं । और एहतियात के तौर पर गांव में गश्त और पुलिस निगरानी बढ़ाई गई है । परिजनों की सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ पुलिस संदिग्धों पर भी नजर रख रही है ।

दरअसल अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के बाद से सीएम योगी के पंचुर गांव में रहने वाले परिजनों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे थे. जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सीएम के परिवार की सुरक्षा में विशेष एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए है । और स्थानीय स्तर पर पुलिस ने गश्त और निगरानी बढ़ा दी है । यमकेश्वर थाने को गांव में विशेष पेट्रोलिंग और समय-समय पर सुरक्षा की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिया गया हैं ।

पूर्व में राजस्व क्षेत्र में शामिल रहे पंचुर गांव और प्रखंड को अब रेगुलर पुलिस के अधिकार क्षेत्र में शामिल कर लिया गया है । और यहां पहले से तैनात गारद को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है । और पौड़ी की एसएसपी श्वेता चौबे ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पैतृक आवास के बाहर पहले से सुरक्षा व्यवस्था है । और सीएम के परिजनों की सुरक्षा को लेकर विशेष तौर से सतर्कता बरती जा रही है । श्रीनगर के सीओ को गारद की समीक्षा करने और सचेत रहने के निर्देश दिए गए हैं । और साथ ही यमकेश्वर थाने के एसओ को भी सुरक्षा संबंधी निर्देश दिए गए हैं ।

आप को बता दें कि प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई है । हमलावरों ने घटना को अंजाम देने के बाद सरेंडर कर दिया है । तीनों आरोपियों के नाम लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह हैं. । मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सनी सिंह ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि तीनों ने 14 अप्रैल को भी अतीक और उसके भाई को कोर्ट में पेश किए जाने के दौरान मारने का प्लान बनाया था, । लेकिन अतीक के आसपास भारी फोर्स को देख उन्होंने अपना प्लान बदल दिया था ।

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