निकाय चुनावों के लिए पार्टियों ने भरा दम; शहर की सड़कें, गलियां हुई फिल्मी गीतों से गुलजार

सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा आने वाले निकाय चुनावों के लिए शहर की गलियों एवं सड़कों में इन दिनों फिल्मी गीतों से खूब प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसमें छोटे-छोटे दल भी पीछे नहीं है। इन गीतों के माध्यम से सभी दल भविष्य की सरकार को लेकर अपने मंसूबे जाहिर कर रहे हैं। कुछ गीतों ऐसे भी हैं जिनके द्वारा राजनीतिक दल विपक्षी दलों पर निशाना साध रहे हैं।

News Jungal Desk: निकाय चुनावों की तिथि नजदीक आ चुकी है। इसी के साथ सभी पार्टियों द्वारा वोट हासिल करने के लिए लोगों को लुभाने का सिलसिला जारी हो चुका है। इस बार के निकाय चुनावों में फिल्मी गीतों का सहारे प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। निकाय चुनाव के मैदान में जो राम को लाए हैंबंटी टैक्स, बंटी टैक्स और भ्रष्टाचार के खिलाफ, गली-गली विकास जैसे तराने इन दिनों चौराहों और गलियों में गूंज रहे हैं। सड़क पर गुजरिए, घर पर रहिए हर जगह फिल्मी धुनों पर गीत सुनाई पड़ रहे हैं। इन फिल्मी गीतों की धुनों के बहाने राजनीतिक दल जनता के दिलों में उतरकर भविष्य के शहर की सरकार को लेकर मंसूबे जाहिर कर रहे हैं। भाजपा, कांग्रेस और सपा के साथ-साथ छोटे-छोटे दल भी गीतों का सहारा ले रहे हैं।

भाजपा उम्मीदवार प्रमिला पांडे के समर्थन में चुनाव प्रचार रथ और पार्षद प्रत्याशियों के कार्यालयों में कमल पर मुहर लगाएंगे, मोतीझील पहुंचाएंगे, गलियों का अब होगा विकास, जनता की पूरी होगी आस, हम सब मिलकर बात करेंगे, जात-पात से दूर रहेंगे और जो राम को लाएं हैं, हम उनको लाएंगे जैसे कई गीतों की गूंज सुनाई पड़ रही है।

इसी तरह कांग्रेस प्रत्याशी आशनी विकास अवस्थी की ओर से यदि परिवर्तन लाना है आशनी को जिताना है, भ्रष्टाचार मिटाना है कांग्रेस का बटन दबाना है… गली-गली विकास होगा, इस बार कुछ खास होगा और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता के साथ है पंजे का निशान… जैसे गीत चुनाव प्रचार रथ के माध्यम से सड़कों व गलियों और पार्षद प्रत्याशियों के कार्यालयों में सुनाई पड़ रहे हैं। वहीं सपा का लुंगी डांस तर्ज पर खूब वसूला टैक्स, दो नंबर का टैक्स, बंटी टैक्स… बंटी टैक्स… बंटी टैक्स.. गीत जमकर इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। साथ ही चुनाव प्रचार रथ, पार्टी के पार्षद प्रत्याशियों के कार्यालयों, सड़कों गलियों तक इसकी गूंज सुनाई दे रही है। गीत में नगर निगम से लेकर अलग-अलग मुद्दे उजागर किए गए हैं।

राजनीतिक दलों के जानकार बताते हैं कि प्रचार गीतों में आकर्षण होता है। इनकी धुन लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। इसलिए राजनतीक दल चुनाव प्रचार में फिल्मी धुन वाले गीतों को ज्यादा महत्व देते हैं। आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल समेत दूसरे दल भी प्रचार गीत बनवाकर जनता को रिझाने का प्रयास कर रहे हैं।

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