कानपुर : एक परिवार ने भूमाफिया के डर से मांगी इच्छा मृत्यु

0

उत्तरप्रदेश मे जहां एक ओर उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भूमाफियों की कमर तोड़ने का काम कर रहे है, वही कानपुर नगर का एक परिवार भूमाफिया के डर से इच्छा मृत्यु की मांग कर रहा है

News jungal desk : आप को बता दें की ये पूरी दास्तान कानपुर नगर के विजय शंकर नामक व्यक्ति की है। पीड़ित का परिवार बहुत गरीब है, ये परिवार पतंग बनाकर जो पैसा कमाते है उससे जीवन को किसी तरह चलाते है… पीड़ित ने बताया कि उसकी पुस्तैनी ज़मीन है जिस पर भूमाफिया ने कब्ज़ा कर रखा है पीड़ित ने किसी तरह अधिकारियो के यहां चक्कर काट कर कानपुर के थाने बर्रा मे उन माफियाओ पर मुकदमा दर्ज कराया, परन्तु महीनों बीत गए पर कोई कार्यवाही नहीं हुई, पीड़ित ने बताया कि अधिकारियों के चक्कर काटते काटते उसके पिताजी का पिछले महीने स्वर्गवास हो गया, इन्ही भूमाफियाओ से तंग आकर अब पीड़ित उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्य नाथ से गुहार लगा रहा है या तो हमें हमारा अधिकार दिला दे नहीं तो हमको भी मर जाने दे जहां एक ओर उत्तर प्रदेश मे हर भूमाफिया पर बुलडोजर गरज रहा है तो कानपुर प्रशासन सवालिया घेरे मे नजर आरहा है.

विश्व बैंक बर्रा निवासी मोहन लाल की शिकायत पर शासन के निर्देश पर इस मामले की जांच हुई और बाद में यहां राम लखन रावत और केडीए के सर्वेयर राकेश रावत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई। 27 दिसंबर 2022 को एफआईआर लिखी गई थी। अब मोहन लाल इस दुनिया में नहीं हैं, उनका बेटा विजय शंकर अधिकारियों के चक्कर काट रहा है …

भुगतान खाते में नहीं गया
विजय ने कहा कि कमिश्नर साहब, मेरे पिता के साथ बड़ा छल हुआ। यह कहा गया था कि 70 लाख का मुआवजा केडीए ( कानपुर विकास प्राधिकरण) ने बनाया है दिलवा देंगे। जमीन बेच दो। रजिस्ट्री में जो चेक नंबर डाले गए हैं उसमें से किसी का भुगतान खाते में नहीं गया है। जिस खाते में गया उनसे रकम दिलवाएं। राम लखन रावत और राकेश रावत के खिलाफ कार्रवाई करें। पुलिस कमिश्नर ने डीसीपी साउथ को जांच करने के निर्देश दिए थे।

पुलिस कमिश्नर के निर्देश के बावजूद पीड़ित अधिकारियों के यहां दर-दर न्याय की गुहार लगा रहा है। डीसीपी साउथ सलमान ताज पाटील ने बताया कि संबंधित प्रकरण की विवेचना कर दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़े : मध्य प्रदेश : गंगवार में अमर शहीद रानी अवंती बाई लोधी जी का 161 वां बलिदान दिवस मनाया गया

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed