सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि शव एम्बुलेंस से नहीं शव वाहन से भेजा जाता है। जैसे ही परिजनों से कहा गया कि केस की सूचना पुलिस को दी जा रही है और शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा तो परिजन तुरंत ही शव को बाइक से लेकर चले गए।
News jungal desk: कानपुर में स्वास्थ्य विभाग को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। गंभीरपुर पनकी के रहने वाले आरपी तिवारी की बेटी आराध्या (6) करंट लगने के बाद बेहोश हो गई। परिजन उसे लेकर कल्याणपुर सीएचसी पहुंचे तो डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उन्हें शव वाहन नहीं मिला।
इस पर घरवाले शव को बाइक से ही घर ले गए। घरवालों ने बच्ची का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया था। घटना पर सीएचसी में हंगामे की स्थिति बनी रही। बाद में एसीएम और एसीएमओ भी मौके पर पहुंच गए और मामले की जांच की। बाद में सीएचसी प्रबंधन ने डीएम को आख्या भेजी।
सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि शव एम्बुलेंस से नहीं शव वाहन से भेजा जाता है। जैसे ही परिजनों से कहा गया कि केस की सूचना पुलिस को दे रहे है और शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। वे बाइक से ही शव को लेकर चले गए। वैसे स्वास्थ्य विभाग की पास 3 शव वाहन हैं।
मैं कानपुर से हूँ। अमर उजाला व दैनिक जागरण में पिछले 17 सालों से जुड़ा था । मैं दिल्ली, मेरठ और कानपुर में अखबार की टीम हैंडल कर चुका हूं। नोयडा अमर उजाला में ब्यूरो चीफ और मेरठ में अमर उजाला के कॉम्पेक्ट अखबार का एडिटोरियल हेड था। न्यूज़ कंपनी News Jangal Media Pvt. Ltd. चला रहा हूँ। 2019 से मैं Pebble में बतौर रेजिडेंट एडिटर, कानपुर भी काम कर चुका हूं।