Phone Hack: फोन बंद, लेकिन अंदर से चालू! कैसे फैल रहा है ‘फर्जी स्मार्टफोन शटडाउन’ स्कैम? जानें पूरी सच्चाई


 देशभर में एक नया साइबर फ्रॉड तेजी से फैल रहा है, जिसे “स्मार्टफोन शटडाउन फ्रॉड” कहा जा रहा है। इस स्कैम में यूज़र को लगता है कि उसने अपना फोन पूरी तरह बंद कर दिया है, लेकिन असल में फोन बंद नहीं होता—वह बैकग्राउंड में चालू रहता है और साइबर अपराधी उसी समय उसका डेटा चोरी कर लेते हैं। हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें लोगों के बैंकिंग डिटेल्स, पासवर्ड और निजी जानकारी चोरी हुई, जबकि उनका फोन स्विच-ऑफ मोड में था।

कैसे काम करता है यह स्कैम?

यह फ्रॉड सुनने में असंभव लगता है, लेकिन तकनीकी रूप से काफी चतुराई से किया जाता है। स्कैमर्स पहले किसी मालवेयर, फेक ऐप या लिंक के जरिए आपके स्मार्टफोन में एक फर्जी शटडाउन इंटरफेस इंस्टॉल कर देते हैं।
इसके बाद जब आप पावर बटन दबाकर मोबाइल बंद करते हैं, स्क्रीन पर “Shutting Down…” का एनीमेशन दिखता है, लेकिन—

  • फोन असल में स्विच-ऑफ नहीं होता

  • स्क्रीन काली हो जाती है, ताकि यूज़र को भ्रम रहे

  • बैकग्राउंड में फोन चालू रहता है

  • इंटरनेट, माइक्रोफोन, कैमरा और लोकेशन एक्टिव रह सकते हैं

  • बैंकिंग और OTP डेटा चोरी किया जा सकता है

यानी फोन बंद है—यह सिर्फ दिखावा होता है, असल में वह हैकर्स के कंट्रोल में चल रहा होता है।

यह कैसे फैल रहा है?

विशेषज्ञों के अनुसार यह स्कैम तीन तरीकों से सबसे ज्यादा फैल रहा है—

  1. फेक सिस्टम अपडेट

  2. ऐप्स में छिपा मैलवेयर

  3. वॉट्सऐप/SMS के माध्यम से भेजे गए हानिकारक लिंक

एक बार ऐसा मैलवेयर फोन में इंस्टॉल हो जाए तो वह आपके असली शटडाउन फ़ंक्शन को ओवरराइड कर देता है।

कैसे बचें इस स्मार्टफोन शटडाउन फ्रॉड से?

केवल ऑफिशियल ऐप्स ही डाउनलोड करें
Google Play Store या Apple App Store के बाहर से ऐप डाउनलोड न करें।

फोन बंद करते समय कंपन या बीप पर ध्यान दें
फोन पूरी तरह बंद होने पर हल्का वाइब्रेशन या स्क्रीन फ्लैश होता है।

सेटिंग्स में जाकर ‘पावर ऑफ’ का व्यवहार जांचें
अगर शटडाउन के बाद फोन गर्म रहता है—तो यह संकेत है कि वह असल में बंद नहीं है।

शक होने पर Safe Mode में फोन बंद करें
Safe Mode में मालवेयर एक्टिव नहीं रहता।

ऐंटीवायरस और सिक्योरिटी अपडेट इंस्टॉल करें

कभी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें

अंत में—फर्जी शटडाउन सबसे खतरनाक साइबर ट्रेंड

साइबर एक्सपर्ट चेतावनी दे रहे हैं कि यह भारत में सबसे तेजी से फैलते नए मैलवेयर ट्रेंड्स में से एक है। यह न सिर्फ डेटा चोरी कर सकता है बल्कि बैंक अकाउंट को भी खतरे में डाल सकता है। सतर्क रहना ही इसका सबसे बड़ा बचाव है।

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