पौष अमावस्या हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह दिन पितरों के तर्पण और दान का विशेष अवसर होता है। माना जाता है कि इस दिन किए गए पुण्यकर्म सात जन्मों तक लाभ देते हैं और परिवार में सुख-शांति, समृद्धि और ऐश्वर्य बढ़ाते हैं।
पौष अमावस्या 2025 की तारीख
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इस साल पौष अमावस्या 19 दिसंबर 2025 को पड़ रही है।
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यह अमावस्या पौष महीने की कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को आती है।
पौष अमावस्या का महत्व
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यह दिन विशेष रूप से पितरों के तर्पण और पिंडदान के लिए उत्तम माना जाता है।
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किया गया दान और पूजा कर्म सात जन्मों तक शुभ फल देता है।
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श्रद्धालु इस दिन दान, स्नान और व्रत करके अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।
स्नान और पूजा का शुभ मुहूर्त
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पौष अमावस्या के दिन स्नान का समय सुबह शुभ माना जाता है।
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इसके बाद पितरों के लिए तर्पण और पिंडदान किया जाता है।
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दिनभर दान करने, गरीबों और जरूरतमंदों को वस्तुएं देने से विशेष पुण्य मिलता है।
कैसे करें पूजा और दान
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साफ-सुथरे स्थान पर पूजा स्थल बनाएं और पितरों के लिए पिंड या तर्पण सामग्री रखें।
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स्नान करके शुद्ध मन से पूजा शुरू करें।
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दान करें: अनाज, कपड़े, राशन या पैसे जरूरतमंदों को दान करने से पुण्य बढ़ता है।
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पूजा के बाद पितरों को याद करके मंत्र या श्लोक पढ़ें।
निष्कर्ष
पौष अमावस्या 2025 का यह दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। 19 दिसंबर 2025 को स्नान, तर्पण और दान करके आप अपने पूर्वजों के कल्याण के साथ-साथ अपने और परिवार के लिए भी सात जन्मों तक शुभ फल प्राप्त कर सकते हैं।
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