High Blood Pressure And Kidney:
भारत में बड़ी संख्या में लोग किडनी की बीमारियों से जूझ रहे हैं। इसकी मुख्य वजहें गलत खानपान, अनियमित दिनचर्या और खासकर हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) हैं। हाई बीपी एक “साइलेंट किलर” है—ये अक्सर तब पता चलता है जब किडनी काफी नुकसान झेल चुकी होती है। आइए इसे सरल भाषा में समझते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर का किडनी पर असर: आसान भाषा में समझें
किडनी में लाखों छोटे-छोटे फिल्टर यूनिट होते हैं जिन्हें नेफ्रॉन कहते हैं। ये हमारे खून को साफ करते हैं और टॉक्सिन बाहर निकालते हैं।
लेकिन जब ब्लड प्रेशर लगातार हाई रहता है —
खून तेजी से और जोर के साथ किडनी की नसों तक पहुंचता है
नसों की दीवारें कमजोर और मोटी होने लगती हैं
किडनी के फिल्टर खराब होने लगते हैं
धीरे-धीरे किडनी अपना काम सही ढंग से करना बंद कर देती है — इसे ही किडनी फेलियर कहते हैं।
हाई बीपी से किडनी के नुकसान के संकेत
अक्सर लक्षण देर से दिखते हैं, लेकिन ध्यान देने योग्य संकेत:
पैरों/टखनों में सूजन
बार-बार पेशाब लगना (या कम लगना)
भूख कम लगना, मिचली
हाई ब्लड प्रेशर ज्यादा कंट्रोल में न आना
थकान, कमजोरी
> अगर हाई बीपी है, तो नियमित किडनी टेस्ट बेहद जरूरी!
कैसे होता है नुकसान? (साइंस के साथ)
असर क्या होता है?
ग्लोमेरुली पर दबाव फिल्टर खराब → प्रोटीन पेशाब में आने लगता है
ब्लड वेसल्स डैमेज किडनी को पोषण नहीं मिलता
अपशिष्ट बाहर न निकाल पाना शरीर में टॉक्सिन जमा
हार्मोन असंतुलन ब्लड प्रेशर और बढ़ता है (विषचक्र!)
हाई बीपी और किडनी बचाने के उपाय
नमक कम (5 ग्राम/दिन से कम)
वजन कंट्रोल
रोज़ाना 30 मिनट एक्सरसाइज
धूम्रपान और शराब से दूरी
तनाव कम, नींद पूरी
डॉक्टर द्वारा दी गई बीपी की दवाएं नियमित लें
हर 6-12 महीने में किडनी टेस्ट
Creatinine, eGFR, Urine Protein
निष्कर्ष
हाई ब्लड प्रेशर किडनी को धीरे-धीरे और चुपचाप खराब करता है।
समय रहते बीपी कंट्रोल करना और जांच कराते रहना ही किडनी को सुरक्षित रख सकता है।
अगर आप चाहें, मैं आपके लिए
✔ बीपी कंट्रोल डाइट प्लान
✔ किडनी प्रोटेक्शन चेकलिस्ट
भी बना सकता/सकती हूँ।
क्या आप अपनी उम्र और बीपी रीडिंग बताना चाहेंगे?
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