कई लोग अक्सर शिकायत करते हैं कि उनके नाखून थोड़ी-सी चोट या दबाव में भी टूट जाते हैं। नाखूनों का कमजोर या भंगुर होना सिर्फ कैल्शियम की कमी की वजह से ही नहीं, बल्कि इसके और भी कई कारण हो सकते हैं। अगर यह समस्या बार-बार हो रही है, तो इसे हल्के में न लें। यह किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है।
नाखून बार-बार टूटने के संभावित कारण
कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों की कमी
कैल्शियम, बायोटिन (विटामिन B7), आयरन, जिंक की कमी नाखूनों को कमजोर बना सकती है।
डिहाइड्रेशन (पानी की कमी)
शरीर में नमी की कमी से नाखून सूखे और भुरभुरे होने लगते हैं।
थायराइड समस्याएं
हाइपोथायराइडिज्म के मरीजों में नाखून जल्दी टूटने और पीलापन देखी जाती है।
फोन और कैमिकल्स का ज्यादा संपर्क
नेल पॉलिश रिमूवर, हार्श डिटर्जेंट, ज्यादा वॉटर एक्सपोजर नाखूनों को नुकसान पहुंचाते हैं।
फंगल इंफेक्शन
नाखून का रंग बदलना, मोटा होना और टूटना इसका संकेत हो सकता है।
बढ़ती उम्र और हार्मोनल बदलाव
उम्र के साथ केराटिन उत्पादन कम होता है, जिससे नाखून कमजोर हो जाते हैं।
कब सतर्क होने की जरूरत?
अगर नाखून के साथ-साथ इन लक्षणों में से कोई दिखे तो डॉक्टर से संपर्क ज़रूरी है:
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नाखूनों में धारियां पड़ना
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नाखून का रंग काला/पीला/हरा होना
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दर्द और सूजन
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नाखून का बहुत तेजी से टूटना
ये लक्षण एनीमिया, थायराइड, सोरायसिस या अन्य त्वचा रोगों की तरफ इशारा कर सकते हैं।
कैसे करें नाखूनों की देखभाल?
भोजन में कैल्शियम, बायोटिन, आयरन और प्रोटीन युक्त चीजें शामिल करें
रोज़ाना 7-8 गिलास पानी पिएं
नाखूनों पर मॉइश्चराइज़र या नारियल तेल लगाएं
कैमिकल बेस्ड नेल प्रोडक्ट्स से बचें
बर्तन धोते वक्त ग्लव्स पहनें
नाखून चबाने की आदत छोड़ें
डायट में शामिल करें:
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दूध, दही, पनीर
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अंडा, दाल, सोया
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पालक, मेथी, चुकंदर
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बादाम, अखरोट, पीनट्स
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केला और बेरीज़
अंत में, अगर नाखूनों की समस्या लगातार 2-3 महीनों तक बनी रहे तो डॉक्टर से जांच कराएं। सही समय पर ध्यान देने से आप नाखूनों की कमजोर स्थिति और भविष्य की गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं।
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