भारत में ChatGPT Go ने अपने 12 महीने के मुफ्त एक्सेस ऑफर के साथ आधिकारिक रूप से शुरुआत कर दी है। मंगलवार को लॉन्च हुए इस फ्री प्लान का उद्देश्य बड़े पैमाने पर भारतीय यूजर्स को AI चैट सेवाओं से जोड़ना है। मोबाइल ऐप और वेब दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध इस ऑफर को लेकर शुरू से ही भारतीय यूजर्स में उत्साह देखा गया।
हालांकि, लॉन्च के तुरंत बाद कई यूजर्स ने शिकायत की कि UPI के जरिए ऑफर एक्टिवेट करने में तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं। यूजर्स ने बताया कि भुगतान विकल्प पर क्लिक करते ही ट्रांजैक्शन असफल दिख रहा है या फिर सिस्टम आगे नहीं बढ़ रहा। नतीजतन, वे फ्री एक्सेस का लाभ नहीं ले पा रहे।
इस तकनीकी परेशानी पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर यूजर्स का गुस्सा साफ नजर आया। कई लोगों ने स्क्रीनशॉट साझा करते हुए पूछा कि जब यह ऑफर मुफ्त है तो UPI डिटेल की जरूरत क्यों पड़ रही है और भुगतान प्रक्रिया सही क्यों काम नहीं कर रही। कुछ ने इसे जल्द ठीक करने की मांग भी की।
क्या है ChatGPT Go?
ChatGPT Go को ऐसे डिजाइन किया गया है कि यूज़र्स तेज़ और अधिक स्मार्ट जनरेटिव AI का उपयोग बिना अतिरिक्त भुगतान के कर सकें। यह सेवा क्विक रिस्पॉन्स, ऑन-डिवाइस परफॉर्मेंस ऑप्टिमाइज़ेशन और रोजमर्रा के उपयोग के लिए प्रीमियम जैसे फीचर्स देने का दावा करती है।
क्यों मांगी जा रही है UPI जानकारी?
कंपनी की ओर से मिली जानकारी के अनुसार:
यह प्रक्रिया एकाउंट वेरिफिकेशन के लिए है
फ्री ऑफर खत्म होने के बाद स्वचालित रूप से सब्सक्रिप्शन नवीकृत करने की सुविधा भी इसमें शामिल है
हालांकि कंपनी ने यह स्पष्ट किया है कि मुफ्त अवधि के दौरान कोई राशि नहीं काटी जाएगी।
कब तक सुधरेंगे हालात?
OpenAI की भारत टीम ने कहा है कि UPI से जुड़ी तकनीकी समस्या पर काम जारी है और जल्द ही इसे ठीक कर दिया जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में विशाल UPI उपयोगकर्ता आधार को देखते हुए इस तकनीकी चुनौती का समाधान बेहद ज़रूरी है—क्योंकि यहां की डिजिटल अर्थव्यवस्था UPI के इर्द-गिर्द ही घूमती है।
UPI इश्यू के कारण यूजर्स की नाराज़गी भले बढ़ रही हो, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि समस्याओं के समाधान के बाद ChatGPT Go भारत में AI अनुभव को और अधिक लोकप्रिय बनाएगा।
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