सर्दियों की दस्तक के साथ बाजारों में अमरूद की खुशबू फैलने लगी है। अब वैज्ञानिकों ने इस सामान्य फल को ‘दिल का रखवाला’ करार दिया है। हाल ही में लखनऊ स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (NIN) के शोध में खुलासा हुआ है कि नियमित रूप से अमरूद खाने से हृदय रोगों का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है।
शोध के अनुसार, अमरूद में मौजूद विटामिन C, लाइकोपीन और एंटीऑक्सीडेंट्स खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को घटाते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाते हैं। इससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और धमनियों में चर्बी जमा नहीं होती। डॉक्टरों का कहना है कि जिन लोगों को हृदय रोग का खतरा रहता है, उन्हें रोजाना एक अमरूद ज़रूर खाना चाहिए।
कार्डियोलॉजिस्ट बताते हैं, “अमरूद में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। इसका असर शरीर के संपूर्ण मेटाबॉलिज्म पर सकारात्मक पड़ता है, जो दिल को मज़बूत बनाता है।”
शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि अमरूद के पत्तों का अर्क भी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है, जो रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखता है। हालांकि उन्होंने चेतावनी दी कि ज़्यादा मात्रा में अमरूद खाने से पेट में गैस या जलन की समस्या हो सकती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, रोज सुबह या शाम एक पका हुआ अमरूद खाने से न केवल दिल स्वस्थ रहता है, बल्कि त्वचा और पाचन तंत्र भी मज़बूत होते हैं। अब यह आम फल ‘दिल का पहरेदार’ बनता दिख रहा है।
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