इस टीम की हर खिलाड़ी की अपनी खास कहानी है, जो प्रेरणा देती है कि सपने बड़े देखो और उन्हें सच करने का साहस रखो।
आइए इस ऐतिहासिक जीत की 11 नायिकाओं से मिलते हैं—
टीम इंडिया की विजेता योद्धाएँ
स्मृति मंधाना (कप्तान)
भारत की रन मशीन—नेतृत्व और प्रदर्शन दोनों में मिसाल। बड़े मौके पर बड़ा खेल।
शेफाली वर्मा
ताबड़तोड़ शुरुआत की पहचान। विपक्षी गेंदबाजों का डर, भारत की ऊर्जा।
जेमिमाह रोड्रिग्स
संयम और भरोसे का दूसरा नाम। टीम की स्थिरता की रीढ़।
हरमनप्रीत कौर
अनुभव की ताकत। कठिन हालात में टीम को दिशा देने वाली।
दीप्ति शर्मा
ऑलराउंडर स्टार—बल्ले और गेंद दोनों से मैच का पासा पलट देती हैं।
पूजा वस्त्राकर
डैथ ओवर स्पेशलिस्ट—तेज रफ्तार और विकेट लेने वाली गेंदबाज।
रिचा घोष
युवा फिनिशर—अंतिम ओवरों में मैच को अपने हाथ में रखने की क्षमता।
रेणुका सिंह ठाकुर
स्विंग क्वीन—नई गेंद से बल्लेबाजों को परखने की महारत।
स्नेह राणा
साइलेंट परफॉर्मर—हर बार टीम के लिए भरोसेमंद भूमिका।
शिखा पांडे
अनुभवी गेंदबाज—कंट्रोल और रणनीति में कमाल।
तानिया भाटिया
स्टंप के पीछे सुरक्षा कवच—तेज़ी और समझदारी की मिसाल।
यह जीत क्यों खास है?
महिला क्रिकेट को मिला नया आत्मविश्वास
भारत ने दुनिया को दिखाया—हम चैंपियन हैं
नई पीढ़ी की बेटियों को मिला प्रेरणा का मंच
खेल में लैंगिक सीमाएँ टूटने की तरफ बड़ा कदम
यह जीत उन बेटियों की है जिन्होंने हर चुनौती के सामने सिर ऊँचा रखा। वे आईं… लड़ीं… और इतिहास रच दिया!
पूरे देश की ओर से—धन्यवाद शेरनियों! आपने करोड़ों दिलों में गर्व भर दिया। 🇮🇳🏆
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