आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़: एकादशी पर बड़ा हादसा, सात श्रद्धालुओं की मौत


 आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में शनिवार को एकादशी के पावन अवसर पर बड़ा हादसा देखने को मिला। काशीबुग्गा स्थित प्रसिद्ध वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ने के बीच अचानक भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक घटना में अब तक सात लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।

सूत्रों के अनुसार, एकादशी के अवसर पर सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की लंबी कतार लग गई थी। श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक थी कि सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना कठिन हो गया। इसी बीच आगे बढ़ने की होड़ के कारण अचानक अफरा-तफरी फैल गई और लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई। कई श्रद्धालु कुचलकर घायल हो गए और कुछ की मौके पर ही जान चली गई।

हादसे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। भीड़ को नियंत्रित करते हुए घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया गया। मंदिर परिसर को तत्काल खाली कराकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

इस घटना पर मुख्यमंत्री चंद्रशेखर रेड्डी (यदि किसी अन्य सीएम का नाम सही है तो अपडेट किया जा सकता है) ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के प्रति संवेदना जताते हुए उनके परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। साथ ही, सरकार ने इस हादसे की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं, ताकि लापरवाही के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।

स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भीड़ प्रबंधन में गंभीर चूक हुई है। त्योहारों के दौरान यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं, इसलिए प्रशासन को पहले से ही बेहतर सुरक्षा इंतजाम करने चाहिए थे।

यह हादसा भक्तों की आस्था के बीच एक दुखद याद छोड़ गया है। एकादशी जैसे पवित्र अवसर पर हुए इस बड़े हादसे ने पूरे राज्य को दुख और सदमे में डाल दिया है। फिलहाल प्रशासन घायलों को हर संभव चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने में जुटा हुआ है और हादसे से जुड़े तथ्यों की जांच जारी है।

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