स्ट्रोक आज दुनिया में तेजी से बढ़ती एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। पहले इसे सिर्फ उम्रदराज लोगों की बीमारी माना जाता था, लेकिन अब यंग जनरेशन में भी स्ट्रोक के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं। देर से पता चलने पर यह स्थाई लकवा, बोलने में कठिनाई या मौत का कारण भी बन सकता है। इसलिए World Stroke Day 2025 पर स्ट्रोक के शुरुआती संकेतों को समझना बेहद आवश्यक है, ताकि समय रहते इलाज मिल सके और जान बचाई जा सके।
स्ट्रोक क्या है?
जब हमारे दिमाग (Brain) को खून पहुंचाने वाली नस में
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रुकावट (Ischemic Stroke) या
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फटने (Hemorrhagic Stroke)
की वजह से ब्लड सप्लाई बंद या कम हो जाती है, तो Stroke की स्थिति बनती है।
यह स्थिति हर सेकंड दिमाग की करोड़ों कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है — इसलिए समय पर इलाज बेहद जरूरी है।
स्ट्रोक के शुरुआती 4 बड़े संकेत
अगर ये लक्षण अचानक दिखें, तो इसे हल्के में न लें
चेहरे का टेढ़ा होना
अचानक चेहरे का एक हिस्सा ढीला पड़ जाना, मुस्कुराने में परेशानी होना — यह स्ट्रोक का सबसे आम संकेत है।
हाथ-पैर में कमजोरी या सुन्न होना
विशेषत: एक तरफ़ — जैसे दायां या बायां हाथ/पैर अचानक काम करना बंद कर दे।
बोलने में परेशानी (Speech Problem)
शब्द बिगड़ जाना, लड़खड़ाकर बोलना, बात समझने में दिक्कत —
इसे बिल्कुल नजरअंदाज न करें, यह स्ट्रोक का सबसे गंभीर चेतावनी संकेत है!
अचानक दिखना धुंधला होना
एक या दोनों आँखों से साफ दृष्टि न आए, नजर अंधेरा हो जाए।
याद रखें — FAST रूल
Emergency में इसे याद रखना जीवन बचा सकता है
F – Face: चेहरा अचानक टेढ़ा?
A – Arms: हाथ उठाने में दिक्कत?
S – Speech: बोलने में समस्या?
T – Time: तुरंत अस्पताल पहुँचें!
हर मिनट की देरी, ब्रेन को भारी नुकसान पहुँचाती है।
कौन-कौन से लोग ज्यादा जोखिम में हैं?
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हाई BP वाले मरीज
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मधुमेह (Diabetes) रोगी
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हाई कोलेस्ट्रॉल
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धूम्रपान/शराब का सेवन
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मोटापा और अनियमित जीवनशैली
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तनाव ग्रस्त रहने वाले लोग
निष्कर्ष
स्ट्रोक अचानक आता है, लेकिन इसके पहले शरीर संकेत जरूर देता है।
अगर समय पर पहचान हो जाए, तो बड़ा खतरा टाला जा सकता है और इलाज सफल हो सकता है।
थोड़ी सी जागरूकता — पूरी जिंदगी बचा सकती है।
इस World Stroke Day 2025 पर, खुद भी जागरूक रहें और दूसरों को भी सतर्क करें।
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