World Mental Health Day 2025 और करवा चौथ जैसे त्योहार एक तरफ पारिवारिक और सामाजिक खुशी लेकर आते हैं, वहीं यह समय पुरुषों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने का भी अवसर है। भारतीय समाज में लंबे समय से यह परंपरा रही है कि पुरुष मजबूत, कमाऊ और भावनात्मक रूप से कठोर हों। अपनी कमजोरियों को छिपाना, भावनाओं को व्यक्त न करना और हमेशा “सब ठीक है” दिखाना उनके लिए आदर्श माना गया है।
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