ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर जताई नाराजगी
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर तीखा हमला बोला है। ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन पर रूस का हमला शुरुआत में कुछ दिनों की बात लग रहा था, लेकिन अब यह युद्ध चार साल से चल रहा है और इसका कोई अंत नजर नहीं आ रहा। उन्होंने कहा कि “मुझे समझ नहीं आता कि पुतिन क्या चाहते हैं। यह जंग उनके लिए भी बुरा साबित हो रहा है।”
“मैं और पुतिन के बीच अच्छे रिश्ते थे”
ट्रंप ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान उनके और पुतिन के बीच अच्छे संबंध थे। उन्होंने कहा, “मैं बहुत निराश हूं क्योंकि मेरे और व्लादिमीर पुतिन के बीच बहुत अच्छे रिश्ते थे — शायद अब भी हैं, मुझे नहीं पता। लेकिन मुझे समझ नहीं आता कि उन्होंने इस युद्ध को जारी क्यों रखा हुआ है।”
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अगर वह सत्ता में होते, तो यह युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता। उन्होंने दावा किया कि “अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो यूक्रेन और रूस के बीच शांति कायम रहती। यह लड़ाई एक हफ्ते में खत्म हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब यह अनावश्यक रूप से लंबी हो गई है।”
ट्रंप ने मौजूदा प्रशासन पर भी साधा निशाना
ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन पर भी निशाना साधा और कहा कि वर्तमान सरकार की कमजोर विदेश नीति के कारण यह युद्ध लंबा खिंच गया है। उन्होंने कहा, “बाइडेन प्रशासन ने रूस और यूक्रेन दोनों को संभालने में विफलता दिखाई है। कूटनीति पूरी तरह गायब हो चुकी है, और अब यह युद्ध अमेरिका के लिए भी एक बड़ा बोझ बन गया है।”
रूस-यूक्रेन युद्ध पर वैश्विक असर
रूस-यूक्रेन युद्ध फरवरी 2022 में शुरू हुआ था, जब रूस ने यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई की थी। शुरुआत में माना जा रहा था कि यह संघर्ष कुछ हफ्तों में खत्म हो जाएगा, लेकिन यह अब तक जारी है और लाखों लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं।
ट्रंप के बयान से एक बार फिर यह बहस छिड़ गई है कि क्या कूटनीतिक प्रयासों से यह युद्ध रोका जा सकता था। वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप इस मुद्दे को अमेरिकी चुनावी राजनीति में भी भुनाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि वे अपनी विदेश नीति को बाइडेन से बेहतर साबित कर सकें।
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