ऑस्टियोपोरोसिस क्या है?
ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी हड्डियों की बीमारी है जिसमें हड्डियां धीरे-धीरे कमज़ोर और भुरभुरी (खोखली) हो जाती हैं। इसके कारण हल्की सी चोट या गिरने पर भी फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है। यह समस्या विशेषकर बुजुर्गों और महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है, लेकिन किसी भी उम्र में इसका खतरा हो सकता है।
विश्व स्तर पर ऑस्टियोपोरोसिस तेजी से बढ़ रही है, और स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार लोगों को हड्डियों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने की सलाह दे रहे हैं।
विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस
हर साल 20 अक्तूबर को विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस मनाया जाता है।
इसका उद्देश्य लोगों को हड्डियों की मजबूती और स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूक करना है।
इस दिन स्वास्थ्य विशेषज्ञ और संस्थाएं सक्रिय जीवनशैली, संतुलित आहार और हड्डियों की जांच के बारे में लोगों को जानकारी देती हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण
हड्डियों में दर्द या असहजता
कमज़ोर या झुकती रीढ़ की हड्डी
हल्की चोट में भी फ्रैक्चर होने की प्रवृत्ति
उंचाई में धीरे-धीरे कमी
हड्डियों को मजबूत बनाने के उपाय
1. कैल्शियम युक्त आहार: दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां
2. विटामिन D का सेवन: धूप लेना और सप्लीमेंट्स, हड्डियों को मजबूत बनाए
3. व्यायाम और योग: वेट-बियरिंग एक्सरसाइज, वॉकिंग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
4. धूम्रपान और शराब से दूरी: ये हड्डियों को कमजोर करते हैं
5. नियमित जांच: हड्डियों की घनता (Bone Density Test) करवाते रहें
निष्कर्ष
ऑस्टियोपोरोसिस एक गंभीर हड्डियों की बीमारी है जो अक्सर प्रारंभ में बिना लक्षण दिखती है। हल्की चोट से भी फ्रैक्चर का खतरा होने के कारण इसे “साइलेंट डिज़ीज” भी कहा जाता है।
समय पर जागरूकता, सही आहार, नियमित व्यायाम और जांच से आप अपनी हड्डियों को मजबूत रख सकते हैं और फ्रैक्चर के जोखिम को कम कर सकते हैं।
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