हाल ही में खबरें आई हैं कि प्रेमानंद महाराज जी की तबियत किडनी से जुड़ी समस्या के कारण खराब चल रही है। किडनी की बीमारी धीरे-धीरे शरीर पर असर डालती है और शुरुआती दौर में अक्सर लक्षण स्पष्ट नहीं होते। अगर समय रहते पहचान लिया जाए तो इससे बचाव और इलाज संभव है।
किडनी की बीमारी के 5 मुख्य लक्षण
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पानी या सूजन का बढ़ना (Edema)
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टखनों, पैरों और हाथों में सूजन महसूस होना।
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सुबह उठने पर चेहरे या आंखों के नीचे सूजन दिखना।
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यूरिन में बदलाव
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पेशाब की मात्रा में अचानक वृद्धि या कमी।
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पेशाब का रंग बदलना, झागदार होना या खून आना।
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थकान और कमजोरी
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सामान्य काम करने पर भी जल्दी थक जाना।
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शरीर में ऊर्जा की कमी और नींद आने की समस्या।
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उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
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बिना किसी कारण के अचानक रक्तचाप बढ़ जाना।
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सिरदर्द और चक्कर आना।
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पाचन और भूख में कमी
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खाना खाने का मन न करना।
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मतली, उल्टी या पेट में गैस जैसी समस्याएं।
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बचाव और सुरक्षा के उपाय
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हाइड्रेशन बनाए रखें
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दिनभर पर्याप्त पानी पिएं, लेकिन डॉक्टर की सलाह के अनुसार।
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स्वस्थ आहार अपनाएं
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नमक और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
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फल, सब्जियां और प्रोटीन संतुलित मात्रा में लें।
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नियमित स्वास्थ्य जांच
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ब्लड प्रेशर और ब्लड/यूरिन टेस्ट समय-समय पर कराएं।
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अत्यधिक दवाओं से बचें
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दर्द निवारक और एंटीबायोटिक दवाओं का अनियंत्रित इस्तेमाल न करें।
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शरीर को सक्रिय रखें
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हल्की-फुल्की एक्सरसाइज या योग करें।
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तनाव और अनियमित नींद से बचें।
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निष्कर्ष
अगर ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई दें, तो देर न करें और डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। किडनी की बीमारी समय रहते पहचान कर नियंत्रण और इलाज किया जा सकता है।
याद रखें — स्वस्थ जीवनशैली, नियमित जांच और संतुलित आहार ही आपकी किडनी को स्वस्थ रखने का सबसे बड़ा तरीका है।
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